देश में नागरिकता कानून के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के बीच आज सोनिया गांधी के साथ, विपक्षी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की ।
13 पार्टियों के नेता आज नागरिकता कानून के विरोध में राष्ट्रपति से मुलाकात की । विपक्षी नेताओं में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद, सीताराम येचुरी, एके एंटनी, पी चिदंबरम, टीआर बालू, सपा नेता रामगोपाल यादव, राष्ट्रपति भवन पहुंचे ।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों और दिल्ली में हालात तनावपूर्ण हैं । हमने राष्ट्रपति से मामले में दखल देने को कहा है । कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस जामिया यूनिवर्सिटी में छात्राओं के हॉस्टल में घुसी । प्रदर्शन करना लोकतांत्रिक हक है । उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जनता की आवाज दबा रही है ।
वहीं टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि वह सरकार को तुरंत नागरिकता संशोधित कानून को वापस लेने की सलाह दें । समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि हमने राष्ट्रपति को सूचित किया कि हमने संसद में जो कहा था, वह अब सच हो रहा है । जब लोग आतंकित होते हैं तो क्या होता है, यह सभी लोग देख रहे हैं । पाकिस्तान यही चाहता है । सरकार ने उन्हें एक मौका दे दिया ।
कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह कानून बांटने वाला है । सरकार को देश और नागरिकों की चिंता नहीं है । विपक्ष को पता था कि देश इस कानून को खारिज कर देगा । यही हो रहा है । आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों में प्रदर्शन हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि असम में 5 लोगों की मौत हो गई । 21 लोग घायल हो गए । पहले कश्मीर, फिर नॉर्थ ईस्ट और अब पूरा देश ।