रायपुर, 8 जुलाई। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय नि:शुल्क डायलिसिस कार्यक्रम के तहत राज्य के आठ जिला अस्पतालों में ‘जीवन धारा’ नाम से नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है।
किडनी रोगों से ग्रस्त मरीजों को लंबे समय तक बार-बार डायलिसिस कराना पड़ता है । इससे उन पर बड़ा आर्थिक बोझ पड़ता है । स्थानीय स्तर पर ही डायलिसिस की सुविधा मिलने से किडनी रोगों से पीडि़तों को अब दूर नहीं जाना पड़ रहा है । इससे मरीजों और उनके परिजनों के श्रम, धन और समय की भी बचत हो रही है ।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा प्रदेश के छह जिलों दुर्ग, कांकेर, कोरबा, बिलासपुर, महासमुंद और बीजापुर में वर्ष 2020 से ही नि:शुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान की जा रही है । इस साल जून में जशपुर और सरगुजा में भी यह सुविधा शुरू कर दी गई है । इस तरह प्रदेश में नि:शुल्क डायलिसिस केन्द्रों की संख्या अब आठ हो गई है । डायलिसिस के लिए जशपुर में पांच और अंबिकापुर में चार मशीनों की स्थापना की गई है । ये नौ मशीनें फेयर फैक्स संस्था के डॉ. हिमांशु दवे के माध्यम से आईसीआईसीआई बैंक द्वारा प्रदान की गई हैं ।
राष्ट्रीय नि:शुल्क डायलिसिस कार्यक्रम के तहत अब तक आठ जिला अस्पतालों में कुल 12 हजार 933 डायलिसिस सेशन किए जा चुके हैं । इनमें से दुर्ग जिले में 3499, कांकेर में 2606, कोरबा में 1793, बिलासपुर में 1864, महासमुंद में 2370, बीजापुर में 776, सरगुजा में 14 एवं जशपुर में 11 सेशन किए गए हैं ।