कोरोना से संक्रमित होने के कारण दिल्ली के सेंट स्टीफंस अस्पताल में भर्ती कराया गया था । उन्होंने पौराणिक कहानी के आधार पर अभ्युदय, युद्ध, वासुदेव, अहल्या, जैसी प्रसिद्ध पुस्तकें लिखीं ।
अपने पाठकों के बीच ‘आधुनिक तुलसी’ के रूप में लोकप्रिय कोहली को हिंदी साहित्य में ‘महाकाव्यात्मक उपन्यास’ विधा को प्रारंभ करने का श्रेय जाता है । देश के पौराणिक एवं ऐतिहासिक चरित्रों पर उनके लेखन को दुनिया भर में सराहना मिली है ।
उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार मिला था । उनके निधन पर साहित्य जगत में शोक की लहर है ।