नई दिल्ली, 29 अप्रैल 2020, 19.15 hrs : बॉलीवुड में अपनी वर्सेटाइल एक्टिंग और डायलॉग डिलिवरी के लिए फेमस रहे अभिनेता इरफान खान की आज मत्यु हो गई है ।
बताया जा रहा है कि इरफान करीब एक साल से भी अधिक समय से न्यूरॉडेंडोक्राइन ट्यूमर से जूझ रहे थे । लेकिन पिछले मंगलवार इरफान खान को कोलन इनफेक्शन (Colon infection) की शिकायत के बाद मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था । इरफान खान जिस कोलोन इंफेक्शन से जूझ रहे थे उसे कोलाइटिस भी कहा जाता है । आइए जानते हैं आखिर क्या होता है कोलोन इंफेक्शन और क्या है इसके लक्षण और बचाव के तरीके ।
क्या है कोलोन इंफेक्शन ?
कोलन इनफेक्शन को कोलाइटिस के नाम से भी पहचाना जाता है । कोलन इंफेक्शन यानी मलाशय में संक्रमण की समस्या होती है । आम भाषा में समझे तो कोलन में इंफेक्शन ऐसा भोजन लेने की वजह से होता है, जिसे पचाने में हमारे पाचन तंत्र को बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है । ऐसे में जो फूड हमारे शरीर में अच्छी तरह से पच नहीं पाता वो वेस्ट फूड हमारे कोलन में जमा होने लगता है । ऐसे में इस तरह के भोजन को पचाने की कोशिश के दौरान जो रासायनिक तत्व पाचनतंत्र में बनते हैं वो भी कोलन में अलग-अलग फॉर्म में जमा होकर उसको नुकसान पहुंचाने लगते हैं ।
क्यों होता है कोलोन इंफेक्शन?
कोलन इनफेक्शन होने के कई कारणों से हो सकता है, जैसे कि- यह इन्फेक्शन दूषित पानी के इस्तेमाल से, साफ सफाई का ख्याल न रख पाने से और कई बार खराब खाने की वजह से भी हो सकता है । कहा जा सकता है कि कोलाइटिस वायरस, बैक्टीरिया, पैरासाइट्स, दूषित पानी, खाद्य जनित बीमारियों या खराब स्वच्छता जैसे कारणों से होता है ।
कोलोन इंफेक्शन के शुरूआती लक्षण :
कोलोन इंफेक्शन के शुरूआती लक्षणों में कब्ज, पेट दर्द, गैस, थकान, ऊर्जा की कमी और मल त्याग करते समय दिक्कत होती है । इस बीमारी में दस्त के साथ खून भी आता है । इसके अलावा मरीज का तेजी से वजन भी गिरने लगता है । कोलन इनफेक्शन में बड़ी आंत की सतह पर मौजूद कोशिकाएं डेड होने लगती हैं जो बाद में अल्सर का कारण बनती है ।
कोलन को साफ रखने के उपाय :
कोलन को साफ रखने के लिए व्यक्ति को सबसे पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। इसके अलावा अलग-अलग तरह के पेय पदार्थों जैसे दूध, दही, छाछ, नींबू पानी इत्यादि का सेवन मौसम और समय के अनुसार करें । ऐसा करने से कोलन को साफ रहने और पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद मिलती है । इसके अलावा डाइट में फाइबर युक्त भोजन को शामिल करें । ऐसा करने से पाचन तंत्र ठीक रहता है, शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा मिलती है ।