भोपाल, 16 मार्च 2020, 10.45 hrs ; काँग्रेस और बीजेपी दोनो दावा कर रहे हैं कि सरकार उनकी ही बनेगी । बीजेपी का दावा है कि 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट में काँग्रेस बहुमत साबित नहीं कर पायेगी और सरकार बीजेपी की बनेगी । दोनों ही दलों का अपने विधायकों को लेकर जो रस्सा-खिंच चल रही है वो मज़ाक बन गया है ।
इधर राज्यपाल लालजी टण्डन और स्पीकर के सियासी मूव से राजनिज्ञों के पसीने छुटे हुए हैं ।
अक्सर राजनीति में ऐसे संकट के समय ज्योतिषी और कुंडलियों से बड़ी आस बनी रहती है । ऐसा ही कुछ मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ भी हुआ है । पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण के समय पर विवेचना की जानकारी दी जा रही है । कमलनाथ इस कुंडली से कितने वाकिफ है यह कहा नहीं जा सकता ।
दरअसल, कुण्डली के अनुसार कमलनाथ ने, 18 दिसंबर, 2018 को दोपहर 2.30 बजे शपथ ली थी इस दिन और तिथि की कुण्डली पर विचार करने से स्पष्ट होता है कि “चर” लग्न पर सरकार का गठन हुआ है । राज्य स्थान पर तथा राज्येश शनि सूर्य के साथ गुरु की राशि मे है जिस पर राहु की पूर्ण दृष्टि है । स्वंय लग्नेश मंगल भी शत्रुक्षेत्री है । इससे स्पष्ट होता है कि सरकार में पूर्ण अस्थिरता रहेगी तथा स्वंय सत्तापक्ष के सदस्य ही सरकार के विरोध में खड़े होंगे । असंतुष्टों की संख्या अधिक होगी ।
सरकार अपने वचनपत्र के बिंदुओं के पालन में असफल होगी । इसके कारण विरोधी सक्रिय होंगे । तथा असंतुष्टता एवं असफलता ही सरकार के पतन का कारण होगा ।
15 नवंबर 2019 से 15 मार्च 2020 के मध्य सरकार की अस्थिरता और अधिक होगी तथा पतन के कगार पर होगी । भगवान श्री गणपति जी एवं भगवान महाकाल की पूजा, आराधना, दर्शन, जप आदि से सुख, शांति, समृद्धि एवं अनुकूल परिस्थितियां निर्मित होगी ।
अब देखने वाला होगा कि कमलनाथ की सरकार बचेगी या कमल खिलेगा ! आज फ्लोर टेस्ट की सम्भावना बनी हुई है । और इधर 15 मार्च भी निकल चुका है ।