रायपुर, 29 फ़रवरी 2024, 9.15 hrs : छत्तीसगढ़ के ख्यातिनाम पुरातत्वेत्ता पद्मश्री, 90 वर्षीय डॉ. अरुण शर्मा का कल बुधवार रात 11.30 निधन हो गया । वे लंबे समय से छत्तीसगढ़ सरकार के पुरातत्वविद सलाहकार रहे । डॉ. शर्मा का अंतिम संस्कार गुरुवार को सुबह 11 बजे रायपुर स्थित महादेव घाट में किया जायेगा ।
12 फरवरी 1933 को चंदखुरी, मोहड़ी, जिला रायपुर में हुआ था । प्रारंभिक शिक्षा पिपरिया, मंडला, दुर्ग, बिलासपुर में प्राप्त करने के बाद रायपुर, साइंस कॉलेज से बीएससी और एमएससी सागर विस्याविश्वविद्यालय से किया था । पुरा क्षेत्र में लंबे समय तक अपना योगदान देने वाले डॉ. अरूण शर्मा कुछ समय बीएसपी में कार्य करने के बाद 1959 में भारतीय सर्वेक्षण सेवा से सम्बद्ध रहते हुए 1992 में अधीक्षण पुराविद के पद से सेवानिवृत्त हुए ।
डॉ. अरुण शर्मा 1999 में छत्तीसगढ़ स्थित विश्वधरोहर सिरपुर और मनसर, महाराष्ट्र में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक जगतपति जोशी के साथ पुरास्थलों का उत्खनन आरंभ किया । वर्ष2004में वे छत्तीसगढ़ सरकार के पुरातत्वविय सलाहकार बने ।
सिरपुर उत्खनन से उसका प्राचीन वैभव को दुनिया के सामने लाने में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा । अयोध्या विवादित ढांचे के प्रकरण में उन्होंने विश्व हिंदू परिषद की ओर से लखनऊ उच्च न्यायालय में जिरह में भाग लिया था । मदकू द्वीप उत्खनन और ढोलकल गणेश का पुनर्स्थापन उनके मार्गदर्शन में हुआ ।
2016 में उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्मश्री से सम्मानित किया गया ।