रेरा चैयरमैन विवेक ढांड दे सकते हैं पद से इस्तीफ़ा, आयकर-ईडी के शिकंजे में फंसे विवेक ढांड । पशोपेश में मुख्यमंत्री बघेल

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रायपुर, 3 मार्च 2020, 18.10 hrs : छत्तीसगढ़ में रेरा के चैयरमैन, पूर्व चीफ सेक्रेटरी विवेक ढांड के इस्तीफे की अटकले तेज हो गई है ।

पूर्व की बीजेपी सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने खासतौर पर विवेक ढांड को रेरा की कुर्सी पर बैठाया था । रियल स्टेट रेगुलेटिंग अथार्टी (रेरा) के चेयरमेन के पद पर विवेक ढांड के लिए इस पद को बीजेपी सरकार ने लम्बे समय तक खाली रखा था | ताकि चीफ सेक्रेटरी पद से रिटायर होते ही ढांड को रेरा की कुर्सी दे दी जाए । लम्बे समय से रेरा का पद खाली होने पर कुछ लोगों ने अदालत का दरवाजा भी खटखटाया था । तब तत्कालीन बीजेपी सरकार ने आनन-फानन में ढांड की नियुक्ति इस पद पर की थी ।

अभी कुछ दिनों पहले, छत्तीसगढ़ में आयकर-ईडी के छापों में रेरा चेयरमेन की कुर्सी पर नज़र गई । इस छापे के बाद अब ढांड के इस्तीफे की चर्चा चल निकली है । पता चला है कि विवेक ढांड की कार्यप्रणाली को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार, किसी नई मुसीबत से घिरने से पहले, उउन्हें विदा किया जा सकता है ।


इस बीच सूत्र बताते हैं कि कई आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अफसरों के अलावा पूर्ववर्ती बीजेपी और वर्तमान कांग्रेस सरकार से जुडी कई महत्वपूर्ण फाइल- दस्तावेज ढांड के आवास में पाए गए है । दस्तावेजों से भरी आलमारी आयकर-ईडी ने सील कर ली है जिनकी पड़ताल के लिए इसे जल्द ही आयकर मुख्यालय भेजा जाएगा है ।

आयकर-ईडी की रेड के अलावा बल्कि समाज कल्याण विभाग में हुए एक हजार करोड़ के कथित घोटाले की सीबीआई जांच को लेकर भी विवेक ढांड ने छत्तीसगढ़ सरकार की मुसीबते बढ़ा दी है । इस मामले में भी इस माह के आखिरी हफ्ते में छत्तीसगढ़ सरकार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामे के तहत अपना जवाब सौंपना है ।

छत्तीसगढ़ में पांच दिनों तक चली पहले दौर की छापे की कार्रवाई पर CBDT ने एक विज्ञप्ति में बताया है कि छापे के दौरान कुछ जिम्मेदार अफसरों के आवास एवं कब्जे से कई गोपनीय फाइल मिली है, जिन्हें सरकारी दफ्तर में होना चाहिए था । CBDT ने प्रेस नोट में यह भी जाहिर किया कि इन अफसरों के कब्जे से कई आपत्तिजनक दस्तावेज और फर्जी शैल कंपनियां, नौकरों के नाम पर खाते, छोटी कंपनियों के नाम पर सैड़कों एकड़ बेशकीमती जमीने, पद का दुरूपयोग कर रहे लोक सेवकों की अवैध वसूली हवाला , इलेक्ट्रानिक डेटा के प्रमाण मिले है ।

आयकर विभाग ने अब तक के छापों में 150 करोड़ से ज्यादा के अवैध लेनदेन का खुलासा कर अंदेशा जाहिर किया है कि यह आंकड़ा कई गुना अधिक भी हो सकता है ।फ़िलहाल जांच जारी रखने का हवाला देते हुए CBDT ने घेरे में आये अफसरों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए है ।

बताया जाता है कि राज्य के पूर्व चीफ सेक्रेटरी और रेरा के मौजूदा चेयरमेन विवेक ढांड के आवास से आयकर-ईडी की टीम ने बड़े पैमाने पर दस्तावेज सीज किये है । एक जानकारी के मुताबिक ढांड के आवास और उनके चाटर्ड एकाउंटेंट कमलेश जैन के ठिकाने में दस्तावेजों से भरी एक-एक बड़ी आलमारी में “पीओ” लगाया गया है । सूत्र बता रहे है कि इस आलमारी में रखे दस्तावेज पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार ही नहीं बल्कि मौजूदा कांग्रेस सरकार के लिए मुसीबत भरे हो सकते है । उधर कई आईएएस , आईपीएस और आईएफएस अफसरों ने ईडी-आयकर की कार्रवाई को देखते हुए विवेक ढांड से किनारा कर लिया है । सूत्र बता रहे है कि राज्य की कांग्रेस सरकार भी अब नौकरशाहों के निजी-व्यक्तिगत मामलों पर अपनी टांग नहीं फंसाना चाहती | इसलिए रेरा के नए चेयरमेन की खोजबीन शुरू हो गई है ।

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