बिलासपुर, 11 जून 2020, 17.25 hrs : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की एक महिला शिक्षक महीने भर से बच्चों को ट्यूशन पढ़ा रही थी । टीचर कब संक्रमित हुई नहीं पता । 8 जून को उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया जहाँ उसमें कोरोना के लक्षण दिखे । डॉक्टरों ने फ़ौरन उसका सैंपल लिया । दूसरे दिन जब रिपोर्ट आई, तो 39 वर्षीय यह महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई ।
बताया जाता है कि महिला टीचर एक महीना पहले ही झारखंड से बिलासपुर लौटी थी । इसके बाद उसने आसपास के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया था । इस महिला टीचर विभिन्न शिफ्ट में, लगभग 40 छात्रों को ट्यूशन पढ़ाती थी । टीचर के संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद बच्चों के पालक भी भयभीत हैं । बच्चों को क्वारेंटाइन किया गया है वही बच्चों के साथ साथ उनके अभिभावकों के भी सैंपल लिए जा रहे है ।
इस क्षेत्र में भी हड़कंप मच गया है । दरअसल महिला टीचर और उसके पारिवारिक सदस्यों की आस पड़ोस में नियमित आना जाना बना हुआ था । पता चला है कि संक्रमित महिला ने चार मई को झारखंड से निजी कार से बिलासपुर वापस आई थी और उसने अपनी ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी जिला प्रशासन को नहीं दी थी । वही वो बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाने लगी ।
लगभग हफ्ते भर पहले से महिला टीचर की अचानक तबीयत बिगड़ने लगी । धीरे-धीरे वह सर्दी-बुखार, खांसी और गले में खराश की समस्या से ग्रस्त हो गई । उनके परिवार के लोग इसे सामान्य इन्फ्लुएंजा मान कर चल रहे थे । लेकिन जब तबियत ज्यादा बिगड़ी तो डॉक्टरों की सलाह पर आठ जून को उनका सैंपल लिया गया ।
पीड़ित की हालत को देखते हुए तत्काल रिपोर्ट मांगी गई थी । जब रिपोर्ट में उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई तो छात्र और उनके परिजन हैरत में पड़ गए । फ़िलहाल प्रशासन ने ट्यूशन पढ़ रहे बच्चों और उनके अभिभावकों का ब्यौरा इकठ्ठा किया है । सभी को क्वारेंटाइन कर उनके सैंपल लिए जा रहे है । सभी ट्यूशन पढ़ने वाले बच्चों की उम्र 10 साल से कम है |