रायपुर, 29 जनवरी 2020, 17.25 hrs : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्वामी विवेकानंद की स्मृति में बनने वाला स्मारक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का होगा ।
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने दो वर्ष का समय रायपुर में गुजारा था । वे रायपुर के जिस डे भवन में रूके थे उसे राज्य शासन द्वारा ले लिया गया है और ट्रस्ट को इस भवन की जगह दूसरी जगह जमीन दे दी गई है ।
“युवाओं को उठो, जागो और तब तक न रूको, जब तक लक्ष्य की प्राप्ति नही हो जाती” का प्रेरणादायक संदेश देने वाली स्वामी विवेकानंद की स्मृति में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का स्मारक बनेगा । मुख्यमंत्री आज रायपुर के कोटा स्थित स्वामी विवेकानंद विद्यापीठ में आयोजित श्री रामकृष्ण प्रार्थना मंदिर प्रतिष्ठापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे ।
श्री बघेल ने कहा कि स्वामी रामकृष्ण परमहंस दुनिया के ऐसे पहले संत थे, जिन्होंने कहा था कि हम किसी भी विधि से प्रार्थना करें सभी रास्ते एक ही ईश्वर तक जाते हैं । स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने शिवभाव से जीवों की सेवा यानी दरिद्र नारायण की सेवा का मूल मंत्र दिया । स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरु के इस मंत्र को अपना प्रमुख लक्ष्य बनाया । इसी वजह से रामकृष्ण मिशन और विवेकानंद आश्रम में आज भी जीव सेवा और मनुष्यता की सेवा का कार्य समर्पण के साथ किया जाता हैव । उन्होंने समानता की बात की, सहज-सरल भाषा में व्यवहारिक बाते कहीं । मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी आत्मानंद, स्वामी निखिलात्मानंद और स्वामी सत्यरूपानंद जी ने छत्तीसगढ़ को स्वामी रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद की भावधारा से जोड़ने की शुरूआत की ।
इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि चेन्नई रामकृष्ण मठ के अध्यक्ष स्वामी गौतमानंद ने कहा कि धर्म वही है, जो आनंद से जीना सिखाए । उन्होंने स्वामी रामकृष्ण परमहंस की शिक्षाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला । विवेकानंद विद्यापीठ कोटा के सचिव डॉ. ओमप्रकाश वर्मा ने आभार प्रकट किया । उन्होंने कहा कि श्री रामकृष्ण प्रार्थना मंदिर में विद्यार्थियों को ध्यान का अभ्यास कराया जाएगा और शाम को प्रार्थना की जाएगी । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी छत्तीसगढ़ को स्वामी विवेकानंद की भावधारा से जोड़ने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है ।
डॉ. वर्मा ने बताया कि श्री भूपेश बघेल द्वारा विधानसभा में रायपुर एयरपोर्ट का नामकरण स्वामी विवेकानंद के नाम पर करने का संकल्प प्रस्तुत किया गया और जिसके पारित होने के बाद रायपुर एयरपोर्ट का नामकरण स्वामी विवेकानदं एयरपोर्ट किया गया । इस अवसर पर नारायणपुर रामकृष्ण आश्रम के सचिव स्वामी व्याप्तानंद, विवेकानंद आश्रम के सचिव स्वामी सत्यरूपानंद सहित अनेक संत और देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालु उपस्थित थे । विवेकानंद विद्यापीठ द्वारा श्री रामकृष्ण प्रार्थना मंदिर के प्रतिष्ठापन कार्यक्रम के अवसर पर ’रामकृष्ण-विवेकानंद भावधारा’ विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है, जिसका आज दूसरा दिन है । मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के बाद श्री रामकृष्ण प्रार्थना मंदिर में पूजा-अर्चना की ।