मुंबई, 03 जुलाई 2020, 17.30 hrs : युवा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड केस और दिशा सालियान की आत्महत्या भी रहस्यमय हो गई है । दोनों मामलों में आपराधिक लिंक से इंकार नहीं किया जा सकता, क्योकि मुंबई पुलिस पशोपेश में है और उसकी कार्यप्रणाली पूरी तरह से संदिग्ध हो गई है ।
बताया जा रहा है कि दिशा की आत्महत्या से जुड़े कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मुंबई पुलिस के कंप्यूटर से डिलीट हो गए है । यही नहीं सुशांत केस में भी लगातार अड़ंगों से साफ़ हो गया है कि दाल में कुछ काला है । सम्भवतः मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे किसी ना किसी महत्वपूर्ण शख्स को बचाना चाहते है । माना जा रहा है कि यह शख्स सुशांत और दिशा की मौत का मुख्य आरोपी भी हो सकता है ।
इस बीच आज सुशांत के पिता का बयान आया – बेटे की जान का ख़तरा का अंदेशा था, मुझे पहले ही शक़ था, 25 फरवरी को ही पुलिस को किया था अलर्ट । 40 दिन बाद भी पुलिस ने कुछ नहीं किया ।
मुंबई पुलिस ने पटना से मुंबई पहुंचे पुलिस अफसरों को मामले की तहकीकात से पूरी तरह से दूर रखा है । उन्हें जांच को लेकर कोई सहायता नहीं दी जा रही है । यही नहीं पटना से मुंबई पहुंचे आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को एयरपोर्ट में ही क्वारंटाइन कर दिया गया । अब कहा जा रहा है कि बिहार पुलिस के अन्य चार अफसर भी क्वारंटाइन किये जाएंगे ।
उधर मुंबई पुलिस ने पटना में रिया चक्रवर्ती के खिलाफ दर्ज FIR को मुंबई ट्रांसफर करने की मांग रख दी है । मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह इस मामले की सीबीआई जांच से इंकार करते हुए कह रहे है कि इस केस में कोई पॉलिटिकल एंगल नही है । उन्होंने इस बात से भी इंकार किया है कि 13-14 को सुशांत के फ़्लैट में कोई पार्टी नहीं हुई थी । उनके मुताबिक सुशांत दवाई लेते थे । उनका इलाज चल रहा था , उनके लैपटॉप , मोबाइल और सोशल मीडिया एकांउंट की जांच चल रही है ।
परमबीर सिंह के मुताबिक सुशांत के एकाउंट में 14 करोड़ रूपये थे जो अब घट कर 4 करोड़ रह गए है । उन्होंने कहा कि इस मामले में बिहार पुलिस को जांच का हक नहीं है । वे इस बारे में क़ानूनी राय भी ले रहे है । उन्होंने सही दिशा में जांच जारी रहने का दावा किया है ।
पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह कई महत्वपूर्ण सवालों का ना तो जवाब दे रहे है, और ना ही उन्हें जांच में शामिल करने को लेकर कोई दिलचस्पी दिखा रहे है । ऐसे में सुशांत-दिशा की मौत की निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई को मामला सौंपा जाना आवश्यक हो गया है ।
बिहार पुलिस के अफसर को क्वारनटीन में भेजने पर मुंबई पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हमारे पास किसी को क्वारनटीन करने का अधिकार नहीं है, वो सब बीएमसी का मामला है । प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सुशांत के परिवार ने 16 जून के अपने बयान में कहा है कि उन्हें इस मामले में किसी पर शक नहीं है । कमिश्नर के मुताबिक, रिया चक्रवर्ती ने सुशांत सिंह राजपूत का घर 8 जून को छोड़ दिया था, क्योंकि वो भी डिप्रेस थी । उसकी हालत भी ठीक नहीं थी, इसलिए वो चली गई थी । इसके बाद सुशांत की बहन आई वो भी 13 जून को चली गई, क्योंकि उनकी बेटी की परीक्षाएं थी ।
कमिश्नर के मुताबिक, रिया के दो बार बयान दर्ज किए गए हैं जिसमें सामने आया है कि उनके रिश्तों में कुछ खटास थी । उन्होंने मिलने की कहानी से लेकर, सुशांत की दिमागी हालत और कुछ घटनाओं को लेकर बताया । हमने सभी चीजों का क्रॉस चेक किया है । रिया चक्रवर्ती और सुशांत के परिवार के बीच कुछ अनबन थी । कमिश्नर परमबीर सिंह ने बताया कि हमने सुशांत की बहन प्रियंका को दोबारा बयान दर्ज करने के लिए बुलवाया था, लेकिन वो बयान देने की स्थिति में नहीं थीं । लेकिन परिवार ने किसी के खिलाफ कोई शक नहीं जताया । हमें सुशांत की डायरी मिली है जिसमें वो अपना खर्च रखता था, सुशांत की ओर से CA को कहा गया था कि महीने का खर्च कम होना चाहिए । सुशांत की गूगल हिस्ट्री में बायपोलर, उनका खुद का नाम और बिना दर्द की मौत जैसे शब्दों को सर्च किया गया था ।
मुंबई पुलिस कमिश्नर ने बयान में कहा कि जनवरी 2019-जून 2020 तक बैंक स्टेटमेंट की जांच की गई है, जिसमें 14 करोड़ रुपये के करीब थे । सुशांत की ओर से उनके वकीलों को मैसेज किया गया था जिसमें उन्होंने दिशा के सुसाइड में उनका नाम आने पर सवाल किया था । पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, अबतक 56 बयान दर्ज किए जा चुके हैं, फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ जांच जारी है |