रायपुर, 27 जनवरी, 2020, 23.00 hrs : पिछले 4/5 दिनों से राजधानी रायपुर के सिविल लाइंस क्षेत्र के BSNL टेलीफोन उपभोक्ताओं के फ़ोन बन्द पड़े हैं । इसका पूरा असर उन उपभोक्ताओं पर पड़ रहा है जो या स्कूल कॉलेज के विद्यार्थी हैं या जिनका व्यवसाय पूरी तरह से इंटरनेट के माध्यम से संचालित है ।
ज्ञात हो कि इसी तरह, पूर्व में भी पूरे एक हफ्ते तक सिविल लाइंस के BSNL उपभोक्ताा परेशान हुए थे जिसका असर उस क्षेत्र में पड़ा था जहां प्रदेश के मंत्री, विधायक, आईएएस/आईपीएस अधिकारी, यहाँ तक कि स्वयं मुख्यमंत्री निवास करते हैं ।
जब टेलीफोन डेड होने की शिकायत दूरसंचार विभाग के अधिकारियों से की गई तो उन्होंने कहा कि नगर निगम, बिना हमे सूचित किये, अक्सर ऐसी जगहों पर खुदाई कर देता है जहां टेलीफोन के केबल बिछे हैं । ख़ुदाई के दौरान निगम के ठेकेदार के मजदूर अक्सर इसी तरह से केबल काट देते हैं और हम टेलीफोन विभाग वाले, फॉल्ट ढूंढ़ते हुए परेशान होते ही हैं, साथ ही उपभोक्ताओं का भी हर तरह से नुकसान ही होता है । फॉल्ट ढूंढने में वक़्त तो लगता ही है ।
दूरसंचार के एक अधिकारी ने बताया कि अभी शाम को ही हमे, कहाँ फॉल्ट है, ये पता चला है । शायद कल तक सभी टेलीफोन लाइन्स ठीक हो जायेंगी । वहीं, निगम के ठेकेदार को फोन पर सम्पर्क करने पर वह फ़ोन ही नहीं उठाता है । दोनों के आपसी समन्वय के अभाव में उपभोक्ता परेशान होता है ।
वैसे देखा जाये तो अन्य किसी प्राइवेट टेलीफोन विभाग में इस तरह की केबल्स कटने की शिकायत तो नहीं मिलती ! इसीलिए लोग अब BSNL कनेक्शन के बदले अन्य निजी टेलीफोन विभाग के कनेक्शन लेने उचित समझते हैं ।
अब इस बड़े से फॉल्ट के लिये कौन जिम्मेदार है – टेलीफोन विभाग या नगर निगम ? यह एक बड़ा प्रश्न है । दोनों विभागों की लापरवाही साफ झलकती है । दोनो विभागों को एक दूसरे से तालमेल कर काम को अंजाम देना चाहिए ।