नई दिल्ली, 24 अगस्त 2020, 20.55 hrs : कांग्रेस वर्किंग कमेटी की 7 घण्टे चली बैठक में फैसला लिया गया है कि सोनिया गांधी अगले एक साल तक बनी रहेंगी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष । इस फैसले पर सभी की रजामंदी हुई है । वैसे, 6 महीने के अंदर नये अध्यक्ष का चयन हो सकता है ।
कांग्रेस में नेतृत्व संकट के बीच आज कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक चली जिनमे 23 नेताओं के नेतृत्व के सवाल पर लिखी गई एक चिट्ठी पर खुलकर बहस हुई । आरोप लगा कि ये चिट्ठी बीजेपी से मिलीभगत का नतीजा है ।
नाराज़ राहुल और पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि वो अब आगे पार्टी अध्यक्ष नहीं बने रहना चाहती हैं । नये अध्यक्ष की खोज शुरू की जाए । इस पर कई नेताओं ने उन्हें पद पर बने रहने की अपील की ।
CWC की बैठक में सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष पद से इस्तीफे की बात कही थी । बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एके एंटनी समेत कई नेताओं ने सोनिया गांधी से पद पर बने रहने की अपील की है ।
बैठक के दौरान कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद के रुख कुछ तेज़ दिखे जब राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पार्टी के कुछ लोग बीजेपी के साथ मिलकर साजिश कर रहे हैं । गुलाब नबी आजाद ने गुस्से में कहा कि यदि ये साबित हो जाये तो वो पार्टी छोड़ देंगे । वो लगभग 30 साल से पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता बने हुए हैं ।
बैठक के अंत मे सभी ने एकमत से सोनिया गांधी पर विश्वास जताते हुए उनके अंतरिम अध्यक्ष बने रहने पर सहमती जताई ।
इन नेताओं ने भेजी थी चिट्ठी :
सोनिया गांधी को भेजी गई चिट्ठी में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्रियों- आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, शशि थरूर, सांसद विवेक तनखा, AICC और CWC के मुकुल वासनिक और जितिन प्रसाद के नाम हैं । इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्रियों भूपिंदर सिंह हुड्डा, राजेंद्र कौर भटट्ल, एम वीरप्पा मोइली, पृथ्वीराज चव्हाण, पीजे कुरियन, अजय सिंह, रेणुका चौधरी और मिलिंद देवड़ा के भी पत्र पर हस्ताक्षर हैं । प्रदेश कमेटियां संभाल चुके राज बब्बर, अरविंदर सिंह लवली और कौल सिंह ने भी चिट्ठी को समर्थन दिया है । इसके अलावा अखिलेश प्रसाद सिंह, कुलदीप शर्मा, योगानंद शास्त्री और संदीप दीक्षित के भी हस्ताक्षर हैं ।
इस बीच कान खड़ी करने वाली ख़बर मिली है कि CWC की बैठक समाप्त होने के बाद, वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के घर पर इन 23 मे से ज़्यादातर नेताओं की बैठक चली है जिसमें कपिल सिब्बल, मुकुल वासनिक, इत्यादि बड़े नेता उपस्थित रहे ।