दिल्ली, 4 फरवरी 2020, 17.30 hrs : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली पहुंच कर कांग्रेस प्रत्याशी का प्रचार कर रहे थे कि एक खबर से उड़े होश ।
खबर मिली कि समीर द्विवेदी की बीजेपी में एंट्री हो गई है । इस खबर पर पहले यकीन नहीं हुआ । जैसे ही खबर की पुष्टि हुई सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई ।
दिल्ली विधानसभा चुनाव केके दौरान पता चला कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जनार्दन द्विवेदी के बेटे समीर द्विवेदी ने मंगलवार को अचानक कमल थाम लिया है ।
करीब डेढ़ दशक तक कांग्रेस के संगठन महासचिव रहे जनार्दन द्विवेदी की गिनती सोनिया गांधी के करीबियों में होती है । राहुल गांधी भी कई मौकों पर उनसे राय मशविरा करते है । द्विवेदी हाल के दिनों में कई मुद्दों को लेकर पार्टी के लिए महत्वपूर्ण साबित हुए हैं । दिल्ली में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस ने अपनी तैयारियों के लिए कई समितियों का गठन किया । इन समितियों में पूर्व महासचिव जनार्दन द्विवेदी को बतौर सदस्य जगह दी गई | वो चुनाव प्रबंधन समिति व प्रचार समिति में सर्वेसर्वा भी है | ऐसे में समीर का कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी का कमल थाम लेना कांग्रेस को भारी पड़ रहा है |
30 मार्च 2018 को जनार्दन द्विवेदी को संगठन महासचिव पद से हटाया गया था । खासबात यह है कि उन्हें हटाए जाने के पत्र में खुद उनके हस्ताक्षर थे । यह भी खबर थी कि राहुल गांधी से पटरी नहीं बैठने के कारण जनार्दन द्विवेदी सक्रिय राजनीति को अलविदा कह देंगे । लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली तव्वजों ने इस कयास को ख़ारिज कर दिया था ।
उधर बेटे समीर के बीजेपी का दामन थामने पर जनार्दन द्विवेदी ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें इस बारे में किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है । उन्होंने यह भी कहा कि अगर समीर ने बीजेपी जॉइन की है तो यह उनका खुद का फैसला है ।