दरअसल, कल शाम, 1 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की बहू त्रिशाला सिंहदेव, सिविल लाइन्स स्थित निवास से बाहर निकलते ही सड़क पर पैरों से अपाहिज व्यक्ति को देखकर उनके पास पहुँच कर उनकी परेशानी के विषय में उनसे पूछताछ किया ।
इस छेदुलाल नाम के विकलांग व्यक्ति ने बताया कि वो खरसिया में रहता है । आश्चर्यचकित त्रिशाला सिंहदेव ने उस व्यक्ति से जानना चाह कि वह किस प्रकार अपने घर तक का सफर तय करेंगे । कोई संतोषजनक उत्तर न मिलने पर श्रीमती त्रिशाला सिंहदेव ने उनसे निवास पर रुकने का आग्रह कर, भोजन पर आमंत्रित किया ।
छेदुलाल ने आज बताया कि भोजन उपरांत उन्हें कपड़े और ठहरने के लिए जगह दी गयी । छेदुलाल उस वक़्त हतप्रभ रह गए जब श्रीमती त्रिशाला सिंहदेव ने आज सुबह, उन्हें बैटरी चलित ट्राय-साईकल, हेलमेट, मास्क आदि प्रदान कर सम्मान के साथ विदा किया ।
ऐसी खबरें यह दर्शाती हैं कि देश में मानवता अभी भी जीवित है, इस प्रकार की घटनाएं देश की युवा पीढ़ी के लिए उदाहरण है कि किस प्रकार जरूरतमंदों की मदद कर हम एक आदर्श समाज का निर्माण कर सकते हैं ।