जगदलपुर, 2 जून 2021, 18.45 hrs : बासागुड़ा-जगरगुण्डा-पामेड़ की भीतरी इलाकों में नक्सलियों की डेरा में कोरोना से संक्रमित होने के बाद इलाज के लिए वारंगल जाते हुए सीनियर कैडर नक्सली सोबराय उर्फ गड्डम मधुकर को कल तेलंगाना पुलिस ने गिरफ्तार किया । उसने कई नक्सलियों के कोरोना पीडि़त होने की जानकारी दी है ।
जिला सुकमा एवं बीजापुर की सीमावर्ती इलाके में एक के बाद एक नक्सली कोरोना से संक्रमित होते जा रहे हैं । 27 मई को कोरोना महामारी से संक्रमित डीकेएसजेडसी के सीनियर माओवादी गंगा उर्फ आयतु कोसा का कोरोना संक्रमण से इलाज के दौरान तेलंगाना के खम्मम जिले में मृत्यु हो गई है । सीपीआई माओवादी संगठन की दण्डकारण्य स्पेशल जोन कमेटी की सीनियर माओवादी कैडर सोबराय उर्फ गड्डम मधुकर को मंगलवार को तेलंगाना पुलिस ने पकड़ा था ।
जिला सुकमा एवं बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्र में माओवादियों के डेरा में लगातार कोरोना महामारी संक्रमण बढ़ते जा रहे हैं । विगत एक महिने से सीपीआई माओवादी संगठन की कई कैडर कोरोना संक्रमित से मृत्यु होना तथा गंभीर रूप से बीमार होने के संबंध में पुलिस एवं सुरक्षाबल के पास विश्वसनीय सूत्रों के माध्यम से लगातार जानकारी मिल रही है । दूसरी ओर माओवादी संगठन के नेतृत्व ने कोरोना संक्रमण की सही जानकारी देने पर कैडर्स द्वारा नक्सल डेरा छोडक़र वापस घर चले जाने की डर से वास्तविकता को स्वीकार न करते हुये लगातार क्षेत्र की जनता एवं अधीनस्थ कैडर्स को दिग्भ्रमित जानकारी देकर गुमराह करते आ रहे हैं ।
गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित सीनियर माओवादी कैडर सोबराय द्वारा दी गई प्राथमिक जानकारी अनुसार सीपीआई माओवादी के सेन्ट्रल कमेटी सदस्यगण कट्कम सुदर्शन उर्फ आनंद, तिरूपति उर्फ देवजी, हरिभूषण उर्फ लखमा व तेलंगाना स्टेट कमेटी सदस्य दामोदर, डीकेएसजेडसी सदस्य देवेन्द्र रेड्डी, कट्टा रामचंद्र रेड्डी, कुंकटी वेंकटेह, निर्मला, पदमा एवं ककर्ला सुनिता सहित कई नक्सलियों के कोरोना संक्रमण से पीडि़त होने का जानकारी प्राप्त हुई है । गिरफ्तार माओवादी सोबराय से इलाज के पश्चात् तत्संबंध में और भी अग्रिम जानकारी के लिए पूछताछ की जाएगी ।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि माओवादियों द्वारा सिर्फ गिने-चुने सीनियर कैडर्स को कोरोना महामारी संक्रमण से बचाने की कोशिश की जा रही है तथा स्थानीय निचले स्तर के कैडर्स को कोरोना संक्रमण के संबंध में झूठी जानकारी देकर उनके जान को जोखिम में डाला जा रहा है ।
इसी प्रकार क्षेत्र की जनता को भी कोरोना महामारी संक्रमण के संबंध में असत्य एवं अवैज्ञानिक जानकारी देते हुए उन्हें रैली, जुलूस, मीटिंग इत्यादि में बलपूर्वक भेजकर ग्रामीणों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है । माओवादियों की इस प्रकार की दोहरा मापदण्ड का निंदा करते हुए पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज द्वारा क्षेत्रवासियों से माओवादी गतिविधियों से दूर रहने की अपील की गई है ।