रायपुर, 28 जून 2020, 09.15 hrs : एक बार फिर टल सकता है निगम, मंडल और आयोग का गठन । अब शायद मरवाही उपचुनाव तक करना पड़ सकता है इंतज़ार !
2018 में काँग्रेस सरकार बनने के बाद पार्टी सदस्य बड़े उत्साहित थे कि अब उन्हें भी मिलेगी लाल बत्ती ! ये सम्भव हो भी सकता था । पर पूर्व की बीजेपी सरकार ने पूरा खजाना खाली कर दिया था इसलिए आर्थक परेशानी के चलते, ये गठन टल गया ।
फिर अप्रैल मई में लोकसभा चुनाव हुए । दूसरी बार, फिर टल गया ये गठन । सबने सोच इस चुनाव के बाद अब सम्भावना बनती है कि अब लाल बत्ती प्रदेश की सड़कों पर दौड़ेंगी। पर ये हो ना सका । एक बार फिर टल गया गठन, क्योंकि नवंबर/दिसंबर में फिर निगम चुनाव थे और फ़िर लगातार जनपद/पंचायत के चुनाव ।
अभी इनसे निपट भी नहीं पाए थे कि मार्च से कोरोना संक्रमण का आक्रमण । इसलिए, 3 महीने खाली ही निकल गए । इस बीच संक्रमण काल के दौरान, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के अचानक प्रदेश दौरे ने फ़िर हलचल मच दी कि अब तो निगम, मंडल, आयोग में नियुक्तियां हो ही जाएंगी । कुछ हद तक ये हो भी रहा था । पर अचानक जानकारी मिली कि सिर्फ 10 निगम, मंडल और आयोग में नियुक्तियां हो रही हैं और उसमें भी 5 तो चुने हुए विधायक रहेंगे और 5 अन्य वरिष्ट नेतागण ।
और यहीं से शुरू होने लगा विरोध । दरअसल पीएल पुनिया ने बहुत पहले ही घोषणा की थी कि चुने हुए विधायको को मंडल अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा । किंतु अब 5 विधायकों का नाम उछलने से सभी ओर जम कर विरोध शुरू हो गया । यहाँ तक कि मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की बैठकों में भी कुछ मंत्रियों ने इसका भरपूर विरोध किया गया ।
फिर, अपने एक दिन के प्रवास के बाद प्रदेश प्रभारी दिल्ली वापस लौटते हुए कहा गए कि सोमवार, मंगलवार तक सूची की घोषणा कर दी जायेगी । पर अब एक हफ्ते तक ये हो ना सका ।
भारी विरोध के चलते, अब लगने लगा है कि निगम, मंडल, आयोग में नियुक्तियां एक बार फिर टल गई । देखें, आगे क्या होता है ! अब फ़िर शायद, मरवाही उप चुनाव के बाद मिले लालबत्तियां !