महासमुंद, 03 मई 2020, 12.50 hrs : : छत्तीसगढ़ में क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है । सरकार अव्यवस्था, बदइंतजामी में जैसी बातों से साफ इंकार कर रही है, लेकिन छत्तीसगढ़ में अलग-अलग जिलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में लोगों की हो रही मौतों को नकारा नहीं जा सकता ।
एक मामल महासमुंद जिले के सरायपाली से मिला है जहां कुछ दिन पहले ही 2 शिशुओं को जन्म देने वाली मां की मौत हो गई है । जानकारी मिली है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में उपयुक्त इंतजाम नहीं होने के कारण महिला से महिला की मौत हुई हैं । प्रशासन, मीडिया से दूरी बनाए हुआ है ।
महासमुंद–सारंगढ निवासी महिला ने रायगढ़ मेडिकल कॉलेज में 18 मई को दो स्वस्थ जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था । इसके उपरांत वह अपने माता पिता के साथ सरायपाली विकासखण्ड के ग्राम कलेन्डा में पहुची, जहाँ वो स्वेच्छा से कलेन्डा के शासकीय हाई स्कूल में बनाए गए क्वारेंटाईन सेन्टर में 24 मई 2020 से रह रही थी । स्वास्थ्य विभाग उसकी नियमित रूप से जाँच की जा रही थी । स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो ने बताया कि क्वारेंटाईन सेंटर पर 23 लोग रह रहे थे, जिनमें 17 पुरूष और 06 महिलाएं शामिल है । महिला के खराब स्वास्थ्य की सूचना मिलने पर रात्रि 03ः30 बजे 108 एम्बुलेंस मौके पर पहुंची एवं महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायपाली लाया गया ।
केंद्र में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर के द्वारा जांच उपरांत महिला को मृत्यु घोषित किया गया । स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बताया कि उसमें किसी भी तरह के कोरोना सम्बन्धी लक्षण नही थे, फिर भी उसका आर.टी.पी.सी. आर के लिए सैम्पल रायपुर भेजने की कार्रवाई की जा रही है । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायपाली मे उसका पोस्टमार्टम किया जा रहा है, जिसके उपरांत मृत्यु का कारण स्पष्ट होगा । बच्चों की देखरेख कलेण्डा में उसके नाना-नानी कर रहे हैं, जिसमें उनका सहयोग महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया जा रहा है। प्रथम दृष्टया महिला की मृत्यु कोरोना सम्बन्धी नहीं है ।