रात 12 बजे केंद्र शासित प्रदेशों की संख्या बढ़कर होगी सात… राज्य की संख्या घटेगी, ऐसा क्यों हो रहा है देखें पूरी खबर
नई दिल्ली । विशाल यादव की रिपोर्ट । रात के 12 बजे बजेंगे और भारत के इतिहास में यह तारीख हमेषा-हमेषा के लिए अंकित हो जाएगी । जी हां जम्मू-कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश बन जाएगा । वहीं जम्मू-कश्मीर से अलग होने वाले लद्दाख को भी नए केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा मिल जाएगा । इसके साथ ही आईएएस अधिकारी गिरीश चंद्र मुर्मू जम्मू-कश्मीर के तो आरके माथुर लद्दाख के पहले उपराज्यपाल होंगे । गुरुवार को श्रीनगर में होने वाले कार्यक्रम में मुर्मू और लेह में माथुर पद तथा गोपनीयता की शपथ लेंगे ।
बताया जाता है कि दोनों को जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस गीता मित्तल शपथ दिलाएंगी । दोनों प्रदेशों के लिए यह ऐतिहासिक पल रहेगा । भारत में केंद्र शासित प्रदेश के राज्य बनने के उदाहरण तो हैं लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जब कोई राज्य केंद्र शासित प्रदेश में बदला हो । इसी के साथ भारत में केंद्र शासित प्रदेशों की संख्या बढ़कर सात हो जाएगी और राज्यों की संख्या घटकर 28 हो जाएगी ।
इस तरह के खास बदलाव भी होंगे :
– जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम-2019 के मुताबिक जम्मू-कश्मीर की विधानसभा पुडुचेरी और लद्दाख की चंडीगढ़ की तरह होगी।
– दोनों के अपने-अपने उपराज्यपाल होंगे ।
– जम्मू-कश्मीर में पुलिस और कानून-व्यवस्था पर सीधा नियंत्रण केंद्र के पास रहेगा ।
– इसके अलावा भूमि के मामले वहां की निर्वाचित सरकार देखेगी ।
– लद्दाख पर उपराज्यपाल के जरिए केंद्र सरकार का सीधा नियंत्रण रहेगा ।
– भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) का जम्मू-कश्मीर कैडर बना रहेगा लेकिन अब इन सेवाओं के लिए नई भर्ती अरुणाचल, गोवा, मिजोरम यूनियन टेरिटरी के तहत होगी ।
– उपराज्यपालों की ओर से नया आदेश आने तक प्रांतीय सेवा अधिकारी अपनी मौजूदा स्थिति में सेवाएं देते रहेंगे ।
– आईएएस, आईपीएस व अन्य केंद्रीय सेवा अधिकारी व भ्रष्टाचाररोधी ब्यूरो उपराज्यपाल के नियंत्रण में रहेंगे न कि जम्मू-कश्मीर की निर्वाचित सरकार के ।