रायपुर, 09 सितंबर 2020, 19.20 hrs : कोरोना संक्रमण पर मंत्रालय महानदी भवन और इंद्रावती भवन विभागाध्यक्ष कार्यालयों के अधिकारियों और कर्मचारियों में कतिपय असमंजस की स्थिति के निवारण के लिए कल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शीघ्र समाधान के निर्देश दिए थे ।
आज हुई सचिव और कर्मचारी फेडरेशन स्तर की बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि अब कर्मचारी भी होंगे होम क्वारेन्टीन । तय हुआ कि एक हफ्ते काम के बाद कर्मचारी 14 दिनों के लिए होम क्वारेन्टीन में रहेंगे ।
दरअसल, बढ़ते कोरोना संक्रमण से कर्मचारी चिंतित थे । मंत्रालय, एचओडी भवन, नगर निगम, रजिस्ट्री कार्यालय, कलेक्टोरेट तक कोरोना की पहुँच हो चुकी थी । अनेक अधिकारी-कर्मचारियों की कोरोना के कारण मौत भी हो चुकी है ।
चिंतित कर्मचारी फेडरेशन ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से अवकाश की मांग की थी । मुख्यमंत्री ने प्रदेश के मुख्य सचिव आरपी मण्डल को कर्मचारियों से चर्चा कर समस्या के निवारण की बात कही ।
चर्चा कर आपसी सहमति के बाद तय हुआ कि एक हफ्ता काम करने के बाद कर्मचारी होम क्वारेन्टीन होंगे ।
इसके अलावा मुख्यसचिव आरपी मंडल के मार्गदर्शन को ध्यान में रखते हुए जीएडी के सचिव द्वय ने आज, बुधवार को कर्मचारी संघों के प्रतिनिधियों से चर्चा कर अनेक निर्णय लिए हैं । मुख्य सचिव ने इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं । इसके अनुसार इन कार्यालयों के उच्चाधिकारियों को कार्यालयों में सैनेटाइजेशन, स्वास्थ्य परीक्षण और उपस्थिति के लिए रोस्टर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं ।
आगामी शुक्रवार से रविवार तक मंत्रालय और विभागाध्यक्ष कार्यालयों को पूर्ण रूप से सैनेटाइज करने और अनुभाग अधिकारी और उससे नीचे के कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए सप्ताहिक रोस्टर बनाने के लिए कहा गया है ।
सप्ताहिक रोस्टर में अधिकतम एक तिहाई अधिकारी और कर्मचारी की ड्यूटी लगाई जा सकेगी । मंत्रालयों में संयुक्त सचिव, उप सचिव और अवर सचिव में से कोई एक इसी प्रकार विभागाध्यक्ष कार्यालयों में अतिरिक्त संचालक, अपर संचालक, उप संचालक में से कोई एक अधिकारी कार्यालयीन समय में उपस्थित रहेंगे । मंत्रालय और विभागाध्यक्ष कार्यालयों में हर सप्ताह तीन दिन सोमवार, मंगलवार और बुधवार को स्वास्थ्य परीक्षण शिविर भी लगाया जाएगा । इसके अलावा मंत्रालय और विभागाध्यक्ष कार्यालयों में आने-जाने के लिए बसों की संख्या में भी वृद्धि की जाएगी ।