21 सालों बाद भारतीय मूल के अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी को मिला नोबल पुरस्कार । अर्थशास्त्र के क्षेत्र में वर्ष 2019 में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए तीन लोगों को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार दिये जाने की घोषणा हुई है ।
खुशी इस बात की भी है कि जिन तीन लोगों को नोबल पुरस्कार मिल रहा है उसमें अर्थशास्त्री अभिजीत बैनर्जी के साथ साथ उनकी पत्नी एस्तेर डफ़्लो Esther Duflo का नाम भी शामिल है ।
पुरस्कार पाने वालों में अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी के अलावा एस्तेर डफ़्लो और माइकल क्रेमर के नाम हैं । इन तीनों अर्थशास्त्रियों को वैश्विक गरीबी को कम करने के लिए उनके प्रयोगात्मक दृष्टिकोण के लिए यह पुरस्कार दिया जा रहा है ।
अभिजीत बनर्जी मूलत: कोलकाता के रहने वाले हैं । उनका जन्म भी कोलकाता में ही हुआ है. उनके माता-पिता दोनों अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे हैं । अभिजीत बनर्जी वर्तमान में में एमआईटी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं । इनका जन्म 1961 में हुआ है. Esther Duflo अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पाने वाली दूसरी महिला अर्थशास्त्री हैं. साथ ही वे इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाली सबसे युवा अर्थशास्त्री भी हैं ।