आज, 7 साल बाद, अंततः निर्भया कांड के सभी चारों दोषियों को पटियाला हाई कोर्ट में जज सतीश अरोड़ा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जोड़कर डेथ वारंट पर जज ने सुनाई सज़ाए मौत । जज ने कोर्ट पहुँच कर फैसले से पहले दोषियों से बात की ।
केस से जुड़े वाकई और निर्भया के माता पिता ही कोर्ट में मौजूद रहे । जज ने दोषियों से पूछा कि क्या जेल की तरफ से नोटिस मिली है ? एक दोषी अक्षय ने कहा कि हमारे बारे में भ्रामक बाते फैलाई जा रही हैं । दोषियों ने कहा कि वो क्यूरेटिव पिटीशन लगाएंगे । अब इन्हें जो भी करना है
पर अंततः जज सुनील अरोरा ने चारों दोषियों को मौत की सज़ा देते हुए 22 जनवरी सुबह 7 बजे का वक़्त तय किया है । उन्होंने कहा कि दोषियों के पास 14 दिन है कानूनी सलाह लेंगे । मुकेश, पवन, विनय और मोहन को कोर्ट ने सुनाई सज़ा ।
कोर्ट रूम के बाहर पैरा मिलिट्री फ़ोर्स तैनात की गई हैं ।
निर्भय की माँ कोर्ट के इस फैसले पर ख़ुशी जताते हुए कहा कि ये राहत देने वाली ख़बर है । मैं जज साहब को धन्यवाद देती हूं ।
16 दिसंबर, 2012 की रात को, नई दिल्ली में एक युवती, निर्भया से हुई दरिंदगी की हदें पार कर किये गए बलात्कार और बेहद जघन्य हत्या का मामला पटियाला हाई कोर्ट में चल रहा था । और अन्ततः चारों दोषियों की कोई बात नहीं सुनी गई और उन्हें सज़ाए मौत दी गई ।
सभी ये मान रहे हैं कि “देर आयत, दुरस्त आयत” ।