रायपुर, 31 जुलाई 2020, 22.00 hrs : राष्ट्रीय समाचार चैनल हो या स्थानीय, सभी के पास अब देश का सबसे जवलंत मुद्दा, लोगों को बताने के लिए है सिर्फ सुशांत की मौत पर उसके पिता द्वारा FIR और रिया चक्रवर्ती के बयान ।
देश की अन्य समस्याएं अहमियत वाली नहीं हैं ! बिन बारिश के किसानों की समस्या, देश मे सड़क निर्माण की धीमी गति से लोगो की परेशानी, व्यापार, व्यवसाय में कोरोना का असर, बेरोजगारी से परेशान युवा, शिक्षा में कोरोना से मची उथलपुथल से स्कूल कॉलेज के बच्चों का भविष्य, कोरोना में आर्थिक परेशानी या तनख्वाह नहीं मिलने की समस्या, ऐसे अनेक मामले हैं जो मीडिया को दिख नहीं रहा है ।
राफेल फाइटर विमानों पर मीडिया की खोज और शोध बना हुआ है बड़ा मज़ाक । दूसरी ओर मध्यप्रदेश में अभी उपचुनाव पर स्थानीय न्यूज़ चैनल्स रोज़ाना, अपना 75% समय, सम्भावित चुनाव पर माथापच्ची कर रहे हैं । इसके साथ ही समाचारों और नेताओं की बेबुनियाद बातें लगातार परोसना । छत्तीसगढ़ के समाचार तो बीच मे फिलर के तौर पर ही रहते हैं ।
कल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की, जनता से संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का सम्बोधन अभी ठीक से समाप्त भी नहीं हुआ था, उस पर चर्चा करने के बजाय सभी न्यूज़ चैनल्स किसी दूसरे समाचार पर शिफ्ट हो गए । ये चैनल्स छत्तीसगढ़ से विज्ञापन भी बड़ा लेते रहते हैं ।
लोग परेशान होकर आजकल समाचार देखना ही बन्द कर रहे हैं, जिसका पूरा फायदा मिल रहा है न्यूज़ पोर्टल को जो छोटे छोटे और ज़रूरी समाचार से लोगों को देश दुनिया के समाचारों से अवगत कराते रहते हैं ।