नई दिल्ली, 29 नवम्बर 2021, 15.35 hrs : वायरस वापस आ गया है, इस बार अधिक ऊर्जा, रणनीति और छलावरण के साथ ।
ओमीक्रोन के लक्षण :
इस बार हमें खांसी नहीं होगी, बुखार नहीं होगा, जोड़ों का दर्द नहीं होगा, बस कमजोरी होगी ।
भूख न लगना और कोविड निमोनिया होगा ! बेशक, मृत्यु दर अधिक है, चरम पर पहुंचने में कम समय लगता है । कभी-कभी कोई लक्षण नहीं । सावधान रहें ।
ओमीक्रोन का प्रभाव :
* यह सीधे फेफड़ों को प्रभावित करता है, जिसका अर्थ है कि अवधि कम हो जाती है ।
* बहुत से रोगियों को बिना बुखार के देखा है, लेकिन एक एक्स-रे रिपोर्ट में मध्यम छाती का निमोनिया दिखाई देता है!
COVID19 के लिए अक्सर नेज़ल स्वैब नकारात्मक होता है!
वायरस सीधे फेफड़ों में फैलता है जिससे वायरल निमोनिया के कारण तीव्र श्वसन संकट होता है! यह बताता है कि यह तीव्र और अधिक घातक क्यों हो गया है !!!
सावधानियां बरतें :
पहले से ज्यादा घातक। इसलिए हमें बहुत सावधान रहना होगा और *हर सावधानी बरतनी होगी।
भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें, फेस मास्क पहनें, बार-बार हाथ धोएं ।
इटली के रिसर्चर्स ने कोविड-19 के नए वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ की पहली तस्वीर जारी की है जो पुष्टि करती है कि नया स्ट्रेन मूल कोरोना वायरस का बेहद परिवर्तित रूप है । ‘डेल्टा’ वेरिएंट के मुकाबले ‘ओमीक्रोन’ में काफी ज्यादा म्यूटेशंस नजर आ रहे हैं । हालांकि दुनियाभर में सनसनी फैला चुका यह वेरिएंट कितना ज्यादा संक्रामक और घातक बीमारी देता है, अभी इसका पता नहीं चल सका है ।
डेल्टा से काफी अलग है ‘ओमीक्रोन’ :
यह फ़ोटो, बेबी जीसस पीडियाट्रिक हॉस्पिटल (Bambino Gesù Children’s Hospital) ने जारी की है । इसमें बायीं तरफ डेल्टा वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन को दिखाया गया है और दायीं ओर ओमीक्रोन ।
रिसर्चर्स के अनुसार, ओमीक्रोन के ज्यादातर म्यूटेशंस उसी इलाके में हैं जो इंसानी कोशिकाओं के संपर्क में आता है । तस्वीर के लाल घेरे दिखाते हैं कि वहां पर काफी ज्यादा बदलाव आया है । ग्रे एरिया वह है जहां वायरस उसी रूप में मौजूद है । रिसर्चर्स ने कहा कि ‘आगे की स्टडीज से पता चलेगा कि नया वायरस न्यूट्रल है, कम खतरनाक है या ज्यादा खतरनाक है ।’
डेल्टा से कहीं ज्यादा म्यूटेटेड है ओमीक्रोन :
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 26 नवंबर को कोविड वेरिएंट B.1.1.529 को ‘ओमीक्रोन’ नाम देते हुए इसे ‘वेरिएंट ऑफ कन्सर्न’ करार दिया था । नए वेरिएंट को समझने के लिए पूरी दुनिया के वैज्ञानिक माथापच्ची कर रहे हैं । इटैलियन रिसर्चर्स की तरह WHO ने भी कहा था कि अभी यह साफ नहीं है कि ओमीक्रोन बाकी वेरिएंट्स से ज्यादा संक्रामक है या नहीं । इस वेरिएंट के लक्षण बाकी वेरिएंट्स से अलग हैं, इसपर भी स्पष्टता नहीं है ।