पटना, 19 नवंबर 2020, 15.05 hrs : बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफ़ा दे दिया । नीतीश कुमार पर आपराधिक मुकदमे वाले विधायक को शिक्षा मंत्री बनाने के कारण लगातार सवाल उठ रहे थे ।
भारी विरोध करते हुए बिहार सरकार में जदयू कोटे से डॉ. मेवालाल चौधरी को मंत्री बनाये जाने को लेकर मुख्य विपक्षी दल राजद सहित विभिन्न दलों ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा और मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की । मेवालाल को पूर्व में भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण पार्टी से निलंबित भी किया गया था ।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने सवाल किया कि असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति में आरोपी चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाकर क्या भ्रष्टाचार करने का ईनाम एवं लूटने की खुली छूट प्रदान की है ? तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘भ्रष्टाचार के अनेक मामलों में भगौडे आरोपी को शिक्षा मंत्री बना दिया ।’ उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘कुर्सी की ख़ातिर अपराध, भ्रष्टाचार और साम्प्रदायिकता पर मुख्यमंत्री जी प्रवचन जारी रखेंगे ।’
राजद नेता ने सवाल किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति और भवन निर्माण में भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में भारतीय दंड संहित की धारा 409,420,467, 468,471 और 120ब के तहत आरोपी मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाकर क्या भ्रष्टाचार करने का ईनाम एवं लूटने की खुली छूट प्रदान की है ?