रामानुजगंज, 31 अक्टूबर 2020, 18.35 hrs : विधायक के बेटे को, शराब पीकर हंगामा करने को मना करना एक आदिवासी परिवार को पड़ गया भारी । विधायक पुत्र द्वारा पहले पीड़ित परिवार के घर मे घुस के मार-पीट की गई, फिर प्रताड़ित परिवार के विरुद्ध FIR भी करवा के जेल में डलवा दिया गया ।
घटना छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज विधानसभा का है । रामानुजगंज से लगे ग्राम पंचायत पिपरौल निवासी श्रीमती सुमति अगरिया पति देवनाथ अगरिया ने पुलिस चौकी विजयनगर को पंचनामा सह ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया है कि दिनांक 28 अक्टूबर 2020 रात्रि 9 बजे स्थानीय विधायक वृहस्पति सिंह का पुत्र मंटू सिंह अपने कुछ दोस्तों के साथ पिपरौल गांव पहुंचे, और शराब के नशे मे देवनाथ अगरिया के घर के सामने शोर-शराबा करते हुए गाली-गलौज करने लगे । रात्रि के समय घर के बाहर शोर सुन कर प्रार्थी देवनाथ अगरिया की पत्नी यशोमति अगरिया बाहर आकर उनसे निवेदन करती है कि घर के सामने ऐसा शोर शराबा मत करिए ।
आदिवासी महिला की ये बात विधायक-पुत्र को नागवार गुजरी और आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ मिल के उस परिवार को गांववालों के सामने ही घसीट-घसीट कर मारा ।
विधायक-पुत्र की शिकायत लेकर ग्रामवासी थाने गए थे लेकिन पुलिस ने उनसे आवेदन लेके वापस कर दिया । इन आरोपियों पर किसी तरह की सख्त कार्यवाही ना होने से भी यह संदेश जा रहा है कि कांग्रेस अपने पार्टी से जुड़े नेताओं के बिगड़ैल बेटो को संरक्षण दे रही है ।