रायपुर, 16 जुलाई 2022, 20.50 hrs : छत्तीसगढ़ के कद्दावर मंत्री टीएस सिंहदेव नेआज शनिवार को ई मेल द्वारा प्रेषित अपने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री पद से त्यागपत्र देकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया है । वे बाकी विभागों में कैबिनेट मंत्री के रूप में ही बने रहेंगे । उनके त्यागपत्र देने का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है ।
मंत्री टाइस सिंहदेव के पास अब लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, बीस सूत्री, वाणिज्यिक कर (जीएसटी) महकमों का प्रभार बचा है । उन्होंने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है । उन्होंने बड़े ही सधे लहेजे में कहा कि जिस तरह की चीजें चल रही थीं, यह तो एक दिन होना ही था । अभी वे अम्बिकापुर में ही हैं और किसी से फ़ोन पर बात नहीं कर रहे हैं ।
मंत्री सिंहदेव काफी दिनों से अपने विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली से नाराज चल रहे थे क्योंकि उनकी जानकारी के बगैर बड़े निर्णय लिये जा रहे थे । ढाई -ढाई साल फार्मूले के अंतर्गत उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया । उसपर, बड़ी संख्या में मनरेगा के सहायक परियोजना अधिकारियों पर कार्रवाई की गई थी जिससे पंचायत मंत्री सिंहदेव खफा थे । उनकी नाराज़गी के और भी बहुत कारण थे ।
इस्तीफे को लेकर अनेक कयास लगाए जा रहे हैं । वैसे वे स्वास्थ्य मंत्री के पद पर बने रहेंगे ।
टीएस सिंहदेव ने अपना इस्तीफा अपने विधानसभा क्षेत्र अंबिकापुर से भेजा है और रायपुर स्थित उनका स्टाफ भी हैरान हैं । 17 दिसम्बर, 2018 को उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ ही एक अन्य मंत्री ताम्रध्वज साहू के साथ उन्होंने ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी । किसानों की कर्जमाफी और 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का ऐतिहासिक फैसला भी इन तीन मंत्रियों ने मिलकर किया था ।
बीते एक साल से मंत्री टीएस सिंहदेव के इस्तीफे के कयास लगाए जा रहे थे । हाल ही में प्रदेश के करीब 10 हजार मनरेगाकर्मी राजधानी में अपनी दो सूत्री मांगों को लेकर 63 दिनों से हड़ताल पर थे । इससे नाराज होकर सरकार ने 21 सहायक परियोजना अधिकारियों को निलंबित कर दिया था । फिलहाल सभी अधिकारियों को बहाल कर दिया गया है ।