रायपुर, 31 अक्टूबर 2020, 16.00 hrs : जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) विधायक दल के नेता धरमजीत सिंह और भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की शनिवार को उनके निवास पर हुई मुलाकात । इस मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि धरमजीत सिंह अपने कुछ समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो सकते हैं ।
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के रहते ही, बहुत अंदर, यह बात चल रही थी कि धर्मजीत सिंह जोगी काँग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं । पर अब अजीत जोगी के निधन के बाद पार्टी की पूरी जिम्मेदारी अमित जोगी नहीं बल्कि वरिष्ठ नेता धर्मजीत सिंह पर ज़्यादा है । धर्मजीत सिंह अपनी ज़िम्मेदारी बड़ी ख़ूबी से निभा रहे हैं ।
उन्हें काँग्रेस में अपने साथ साथ पार्टी का भी भविष्य नहीं दिख रहा है । अब जैसी धर्मजीत सिंह की इच्छा थी, अपने साथ साथ वो पूरी जोगी काँग्रेस का भाजपा में विलय करने की फील्डिंग कर रहे हैं । इस फ़ील्डिंग में विधायक डॉ. रेणु जोगी और अमित जोगी की सहमति स्पष्ट दिख रही है ।
इससे पहले अमित जोगी ने आधिकारिक तौर पर यह ऐलान कर दिया है कि मरवाही उपचुनाव में उनका समर्थन भाजपा के साथ होगा, लेकिन दूसरी ओर उनसे एक सवाल भी पूछा जा रहा है कि बीजेपी को उनका समर्थन सिर्फ उपचुनाव तक ही सीमित रहेगा या फिर जनता कांग्रेस का भाजपा में विलय हो जाएगा
उधर, इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर मनेंद्रगढ़ पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जोगी कांग्रेस और भाजपा के बीच बन रहे करीबी रिश्तों पर कहा – इनका गठजोड़ कई सालों से चल रहा था । दोनों के बीच सांठगांठ को सब जानते थे । पहली बार दोनों ने खुलकर इस बात को स्वीकार किया है । सीएम भूपेश ने अमित जोगी के भाजपा को समर्थन देने पर कहा कि वह पहले भी भाजपाई थे और अब भी भाजपाई हैं ।
2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद कई दफा JCCJ के कांग्रेस में विलय होने की चर्चा चल रही थी । हालांकि अमित जोगी के कांग्रेस विरोधी सुर से ऐसा लगता है कि वो दोबारा कांग्रेस पार्टी की ओर रूख नहीं करेंगे, लेकिन मरवाही उपचुनाव में नामांकन रद्द होने के बाद भाजपा को उनका समर्थन देना प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है । और अब जोगी काँग्रेस का अंतिम पड़ाव भाजपा ही दिख रही है ।