धान खरीदी में भ्रष्ट्राचार के मास्टर प्लान का ही हो गया भंडाफोड़, अधिकारियों के उड़े होश, केंद्रों से पहले किसान के घर पहुंच गया बारदाना, कोनपारा केंद्र अभी से विवादों में फंसा..दो हजार नए बारदाना के साथ डेढ़ हजार क्विंटल जप्त होने से मचा हड़कंप
जशपुरनगर, विश्वबंधु शर्मा की रिपोर्ट : जशपुर जिले में एक ओर जहां धान खरीदी में सरकार के वादा खिलाफी भाजपाई प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर फरसाबहार के कोनपारा में अधिकारियों के औचक छापेमारी से हड़कंप मच गया है ।
अभी किसी भी केंद्र में बारदाना नहीं पहुंचा है, वहीं यहां एक किसान के यहां से नया बारदाना, वह भी दो हजार की संख्या में जप्त हुआ है । कोनपारा केंद्र सदैव अधिक धान खरीदी के लिए चर्चित रहा है और अब समझ में आ रहा है कि कोनपारा में सबसे अधिक धान की खरीदी क्यों होती थी ।
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक फरसाबहार विकासखंड के कोनपारा में किसान धमेंद्र पटेल, पिता रमाशंकर के घर से धान खरीदी में बडे भ्रष्ट्राचार का क्लू मिला है, जिसे लेकर पूरे राज्य में हड़कंप मच सकता है और मुख्यमंत्री को भी इसका जवाब देना पड़ सकता है ।
औचक पहुंचे अधिकारी, मचा हड़कंप :
मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार दोपहर, लगभग एक बजे खाद्य अधिकारी जशपुर, जिला विपणन अधिकारी, खाद्य निरीक्षक आलोक कुमार टोप्पो, खाद्य निरीक्षक कांसाबेल गुलशन अनंत, खाद्य निरीक्षक कुनकुरी सुधीर खेस्स, तहसीलदार फरसाबहार लक्ष्मण राठिया सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी की टीम पहुंचे और धमेंद्र पटेल के स्थानों पर दबिश दी गई, जहां से 1500 क्विंटल धान व 2000 नग शासकीय बोरा बीज निगम का जप्त किया गया । यह नए बारदाने थे, जो चौकाने वाले हैं और इस खबर से हड़कंप मच गया है ।
सवाल यह उठ रहा है कि जो बारदाना केंद्र तक नहीं पहुंचा है वह किसानों तक कैसे पहुंच गया और इसके पीछे कौन लौग शामिल हैं । माना जा रहा है कि यह बीज निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों सहित अन्य लोगों के संलिप्तता के बिना संभव नहीं हो सकता है ।
फरसाबहार के धान खरीदी केंद्र कोनपारा में यह अवैध धान का भंडारण पूरे प्रदेश के लिए चौकाने वाली घटना है ।