दरअसल इसके पीछे एक निजी ट्रैवल्स एजेंसी के लोगों का दुर्व्यवहार किया जाना है । आपको बता दें।कि दिल्ली की कंपनी ने राजधानी के एक निजी ट्रेवल्स के मालिक को संचालित करने का ठेका दिया है ।
आपको बता दें की एयरपोर्ट में कुछ अनाधिकृत व्यक्ति जो पेशे से ड्राइवर हैं । वो आए दिन मारपीट करते हैं इतना ही नहीं उनके ऊपर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं । जिनकी वजह से यात्रियो को आए दिन परेशानी का सामना करना पड़ता है । यदि यात्रियों के साथ किसी प्रकार की भी अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदारी एयरपोर्ट अथॉरिटी की नहीं होगी ऐसा अथॉरिटी का कहना है ।
वीडियो के मुताबिक एक महिला एयरपोर्ट से जाने के लिए निजी टैक्सी बुलाई थी । मगर एयरपोर्ट में काम कर रहे ट्रैवल्स कंपनी के कर्मचारियों ने महिला को प्राइवेट टैक्सी में जाने से रोका और उसके साथ बदतमीजी की है । वीडियों में किसी ने उस महिला की सारी बाते रिकॉर्ड कर ली है जिसमें महिला ने कर्मचारियों पर बदतमीजी का आरोप लगाया है । वहीं आपको बता दें की इससे पहले भी एयरपोर्ट में पार्किंग के कर्मचारियों का गाली गलौच करने वीडियो आ चुका है । इसके बावजूद एयरपोर्ट अथॉरिटी किसी तरह से कोई एक्शन नहीं लेती है।
यात्रियों को रहना होगा सजग
एयरपोर्ट अथॉरिटी को केवल राजस्व कमाने से मतलब है । यात्रियों की सुरक्षा के क्या इंतजाम है इस ओर अथॉरीटी का ध्यान ही नहीं है। उलट एयरपोर्ट अथॉरीटी का कहना है कि इसके लिए केवल यात्रियों को ही सजग होना पड़ेगा ।
एयरपोर्ट के संचालन में छत्तीसगढ़ शासन का हस्तक्षेप नहीं है, इसका संचालन केंद्र सरकार द्वारा किया जाता है। सासंद ही इस मामले में कोई ठोस पहल कर सकते हैं। मगर जब टीआरपी ने जब व्यस्त सांसदों से चर्चा करने की कोशिश की तो उन्होंने अगले दिन फोन करना कहकर इस संदर्भ में चर्चा ही नहीं की ।