जशपुरनगर, 29 अप्रैल 2020, 03.35 hrs : (विश्वबंधु शर्मा की रिपोर्ट : राजनांदगांव गांव से आये मजदूरों का लिंक कोरोना संक्रमण से होने का खुलासा हुआ है । इसी लिंक में सूरजपुर में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया है, जिसके बाद जशपुर सहित प्रदेश के 4 जिलों की मुश्किलें बढ़ गई हैं ।
राजनांदगांव प्रशासन के गलत निर्णय का परिणाम जशपुर जिले सहित चार अन्य जिलों को भुगतना पड़ सकता है। जशपुर जिले में राजनांदगांव से हटाए गए 144 मजदूरों को रखा गया था, जशपुर जिले में स्थिति बेहद अच्छी चल रही थी लेकिन राजनांदगांव से निकले मजदूरों में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए जशपुर में रखे गए 144 मजदूर में कोरोना वायरस संक्रमण की संभावना प्रबल हो गई है ।
हालांकि स्थिति कल दोपहर तक स्पष्ठ होगी । मिली जानकारी के मुताबिक जशपुर प्रशासन के द्वारा आपातकालीन बैठक आयोजित कर सभी अमले को एलर्ट कर दिया गया है । 144 में से 4 मजदूर भी अगर कोरोना संक्रमित पाए जाते हैं तो जशपुर जिले के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है और फूल लॉक डाउन की स्थिति भी निर्मित हो सकती है ।
उल्लेखनीय है कि जशपुर जिले में बेहद अच्छी स्थिति चल रही थी और लॉक डाउन का पालन भी अच्छी तरह से हो रहा था। इसी बीच राजनांदगांव से मजदूरों को निकाल दिया गया और प्रदेश के 4 जिलों में उन्हें विभाजित कर दिया गया । इन 4 जिलों में जसपुर जिले में 144 प्रवासी मजदूरों को रखा गया। मजदूरों को जशपुर विकासखंड के आरा, बगीचा के महादेव डांड तथा लुडेग और कांसाबेल के राहत केंद्र में रखा गया है ।
इन मजदूरों के संपर्क में आने वाले लोगों पर भी जिला प्रशासन के द्वारा निगरानी रखनी शुरू कर दी गई है वह सभी को अलर्ट कर दिया गया है । इस संदर्भ में कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सभी मजदूरों के शाम से ही सैंपल लेने शुरू कर दिए गए हैं । देर रात सैंपल कलेक्शन लेना शुरू कर दिया गया। जांच की प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी । कल दोपहर तक सारी स्थिति लगभग क्लियर हो जाने की संभावना है ।
इस बीच उन्होंने पुनः अपील की है कि लॉक डाउन का पूर्ण रुप से पालन करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही जशपुर वासी नहीं बरतें। इसकी भयावह दुष्परिणाम आने की संभावना और संकेत मिले हैं जो जशपुर वासियों के लिए दुर्भाग्य जनक साबित हो सकता है ।