नई दिल्ली, 20 नवंबर 2020, 16.40 hrs : कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक समाचार के वायरल होने से हड़कंप मचा हुआ है ।
एक खबर में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने ढाई लाख से अधिक अखबारों का टाईटल निरस्त कर दिया है और सैंकड़ों अखबारों को डीएवीपी की सूची से बाहर किया गया है ।
भारत सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पीआईबी फैक्ट चेक ने इस खबर को पूरी तरह फर्जी बताते हुए कहा है कि इस तरह का कोई फैसला केंद्र सरकार ने नहीं लिया है ।
खबर के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही मीडिया जगत में हड़कंप मंच गई है । जल्द पीआईबी फैक्ट चेक ने इसे फर्जी बताते हुए ट्वीट कर दिया ।
फेक न्यूज में यह दावा किया गया कि भारत सरकार ने 2,69,556 समाचार पत्रों का टाइटल निरस्त कर दिया है । साथ ही यह भी कहा गया है कि 804 अखबारों को डीएवीपी ने विज्ञापन सूची से बाहर कर दिया है ।