नई दिल्ली, 07 मार्च 2022, 16.40 hrs : मेडिकल पढ़ने को मोदी सरकार ने राहत देते हुए निजी मेडिकल कॉलेजों की आधी सीटों पर सरकारी कॉलेजों के जैसे फीस रखने का निर्णय लिया है । पीएम मोदी ने कहा है कि हमने तय किया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी ।
प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को जनऔषधि दिवस पर अपने संबोधन में यह घोषणा की । उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है जिसका बड़ा लाभ गरीब वर्ग के बच्चों को मिलेगा । हमने तय किया है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आधी सीटों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज के बराबर ही फीस लगेगी । निजी मेडिकल कॉलेजों में फीस कटौति किए जाने की मांग लंबे समय से चल रही है ।
हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज :
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बताया कि भविष्य को देखते हुए सरकार का ध्यान हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में है । इसके लिए जरूरी है मेडिकल की पढ़ाई को सुलभ किया जाए । उन्होंने कहा कि आजादी के इतने दशकों के बाद भी देश में केवल एक एम्स था, लेकिन आज देश में 22 एम्स है । सरकार का लक्ष्य देश के हर जिले में कम से कम एक सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने का है ।
जन-औषधि केंद्र से महंगी दवाओं की चिंता हुई दूर :
पीएम मोदी ने कहा कि जन-औषधि केंद्र तन के साथ मन की चिंता को कम करने वाली भी औषधि व धन को धन को बचाने वाला केन्द्र है । प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों के कारण लोगों को महंगी दवाओं की चिंता से मुक्ति मिली है। एक समय ऐसा था कि लोगों को दवाई पर्ची हाथ में आने के बाद चिंता होती थी कि कितना बिल होगा लेकिन जन औषधि केन्द्रों ने यह चिंता कम की है ।
प्रधानमंत्री ने इस बताया कि आज देश में 8,500 से ज्यादा जन औषधि केंद्र खुले हैं । इसी साल जन औषधि केंद्र के जरिए गरीब व मध्यम वर्ग परिवारों को 5,000 करोड़ रुपये की बचत हुई है । इस वित्तीय वर्ष में जन औषधि केंद्रों के जरिए 800 करोड़ रुपए से ज्यादा की दवाएं बेची गई हैं । अब तक करीब कुल 13,000 करोड़ रुपए की बचत लोगों को हुई है ।