पूर्व कैबिनेट मंत्री मेजर जसवंत सिंह (सेवानिवृत्त) का रविवार सुबह 6:55 पर निधन हो गया । उन्हें 25 जून को भर्ती कराया गया था और मल्टीअर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम के साथ सेप्सिस का इलाज किया जा रहा था । आज सुबह उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया । उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव थी ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘जसवंत सिंह जी ने पहले एक सैनिक के रूप में और बाद में राजनीति के साथ अपने लंबे जुड़ाव के दौरान देश की सेवा पूरी मेहनत से की । अटल जी की सरकार के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण विभागों को संभाला और वित्त, रक्षा और बाहरी मामलों की दुनिया में एक मजबूत छाप छोड़ी। उनके निधन से दुखी हूं ।’ ओम शांति।’
जसवंत सिंह जी के निधन पर राजनाथ, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्पीकर डॉ. चरणदास महंत, यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, इत्यादि ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी ।
भारतीय सेना में रहे जसवंत सिंह ने बाद में राजनीति का दामन थाम लिया था । बीजेपी की स्थापना करने वाले नेताओं में शामिल जसवंत ने राज्यसभा और लोकसभा, दोनों सदनों में बीजेपी का प्रतिनिधित्व किया। बतौर वित्त मंत्री जसवंत सिंह ने स्टेट वैल्यू ऐडेड टैक्स (VAT) की शुरुआत की जिससे राज्यों को ज्यादा राजस्व मिलना शुरू हुआ । उन्होंने कस्टम ड्यूटी भी घटा दी थी ।
2014 में टिकट नहीं मिलने पर छोड़ दी थी पार्टी :
जसवंत सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में 1996 से 2004 के बीच रक्षा, विदेश और वित्त जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाली । 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजापी ने उन्होंने टिकट नहीं दिया, इसके बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी । उसी साल उन्हें सिर में गंभीर चोटें आई, तब से वह कोमा में थे ।