बिलासपुर : पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बंगले मरवाही सदन में बुधवार को एक कर्मचारी की लाश फंदे पर लटकती मिली जिससे हड़कंप मच गया । खबर मिलते ही सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुंच गई । एसपी भी जानकारी लेने मरवाही सदन पहुंचे ।
मृतक के परिजन ने आरोप लगाया है कि घटना से कुछ समय पहले उसने फोन कर चोरी का आरोप लगाए जाने की जानकारी दी थी । परिजन जब बंगले में पहुंचे वह फंदे पर लटक रहा था । प्रारंभिक जांच में उसके फांसी लगाकर आत्महत्या करने की आशंका है ।
बिलासपुर के नेहरू चौक के पास आइजी कार्यालय के सामने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का बंगला मरवाही सदन है । बंगले में कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम रमतला निवासी मनवा उर्फ संतोष कौशिक पिता पुसऊराम कौशिक पिछले चार साल से काम कर रहा था ।
बुधवार शाम चार बजे यहां तैनात नगर सैनिक समेत चार कर्मचारी मौजूद थे । कर्मचारियों ने संतोष कौशिक की लाश को फंदे पर लटकते देखा । उन्होंने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी । खबर मिलते ही सिविल लाइन टीआइ कलीम खान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर जांच की । इस बीच एसपी प्रशांत अग्रवाल भी मरवाही सदन पहुंच गए । कुछ ही देर में मृतक के परिजन भी वहां पहुंच गए ।
उनकी मौजूदगी में पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा । पंचनामा के बाद शव को सिम्स की मरच्युरी में शिफ्ट करा दिया । पुलिस इस मामले में मर्ग कायम कर जांच कर रही है । मृतक के भाई कृष्णकुमार कौशिक ने बताया कि करीब 3.30 से चार बजे के बीच वह अपने घर पहुंचा, तब उसकी बहू ने संतोष का फोन करने की जानकारी दी और उस पर चोरी का आरोप लगाने की बात कही ।
इस पर कृष्णकुमार मामले की जानकारी लेने मरवाही सदन पहुंचा । लेकिन, तब तक संतोष की मौत हो चुकी थी । सिविल लाइन टीआइ कलीम खान का कहना है कि प्रथम दृष्टया मृतक के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की आशंका है । पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी । पुलिस ने अभी परिजन का बयान दर्ज नहीं किया है ।