नई दिल्ली, 25 सितंबर 2020, 13.10 hrs : बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित । 3 चरणों में 28 ऑक्टोबर, 3 और 7 नवंबर को होंगे चुनाव । नतीजे 10 नवंबर को आएंगे ।
पिछले बार 5 चरणों में हुए थे बिहार में चुनाव । बिहार में कुल 243 सीटों पर चुनाव होगा, राज्य में 29 नवंबर तक विधानसभा का कार्यकाल है । इस बार पोलिंग स्टेशन की संख्या और मैनपावर को बढ़ाया गया है । बिहार में 2020 के चुनाव में सात करोड़ से अधिक वोटर मतदान करेंगे ।
इस चुनाव में एक बूथ पर सिर्फ एक हजार ही मतदाता होंगे । कोरोना संक्रमण के चलते, इस बार चुनाव में 6 लाख पीपीई किट राज्य चुनाव आयोग को दी जाएंगी, 46 लाख मास्क का इस्तेमाल भी होगा । सात लाख हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया जाएगा, साथ ही 6 लाख फेस शील्ड को उपयोग में लाया जाएगा ।
18 लाख से अधिक प्रवासी मजदूर हैं, इनमें से लगभग 16 लाख वोट डाल सकते हैं । 80 साल की उम्र तक के लोग पोस्टल बैलेट से वोट डाल पाएंगे ।
वोटिंग का समय और अन्य :
वोट डालने के लिए एक घंटा अधिक वक्त रखा गया है, सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान होगा । लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ऐसा नहीं होगा । डूर टू डूर कैंपेन में सिर्फ पांच लोग ही जा सकेंगे । इस बार नामांकन और हलफनामा ऑनलाइन भी भरा जाएगा, डिपोजिट को भी ऑनलाइन सबमिट किया जा सकेगा । नामांकन के वक्त उम्मीदवार के साथ सिर्फ दो लोग मौजूद रहेंग । प्रचार के दौरान किसी से हाथ मिलाने की इजाजत नहीं होगी ।
तीन चरणों में बिहार चुनाव :
चुनाव आयोग ने कहा कि बिहार चुनाव तीन चरणों में होंगे । 28 अक्टूबर, 3 और 7 नवंबर को होंगे चुनाव । नतीजे 10 नवंबर को आयेंगे । पहले चरण में 71 विधानसभा में वोटिंग होगी । दूसरे चरण में 91 विधानसभा में वोटिंग और 78 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग ।
एक बूथ पर एक हजार मतदाता :
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि कोरोना के चलते नए सुरक्षा मानकों के तहत चुनाव होंगे । पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की संख्या घटाई जाएगी । एक बूथ पर एक हजार मतदाता होंगे । साथ ही बिहार चुनाव में इसबार एक लाख से ज्यादा पोलिंग स्टेशन होंगे । उन्होंने कहा कि चुनाव नागरिकों का लोकतांत्रिक अधिकार है । इसलिए चुनाव कराने जरूरी हैं ।
इन नेताओं के बिना उतरेंगी पार्टियां :
बिहार में इसबार आरजेडी के मुखिया, पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव जेल में हैं इसलिये उनके बिना, उनके बेटे युवा नेता, पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा । वहीं रामविलास पासवान का बीजेपी से तालमेल नहीं बैठ पाने और उनके अस्वस्थ होने के कारण भी उनके युवा पुत्र चिराग़ पासवान के नेतृत्व में चुनाव होंगे । वही पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री, जतिनराम मांझी भी ताल ठोक रहे हैं । साथ ही प्रशांत किशोर भी अपनी नई पार्टी के साथ चुनावी मैदान में होंगे ।
अब देखने वाली बात होगी कि ये सभी दल जनता दल के नेता और वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चौथी बार मुख्यमंत्री बनने से रोक पाते हैं या नहीं …