रायपुर, 25 मई 2020, 12.05 hrs : छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके ने ईद के अवसर पर प्रदेशवासियों को मुबारकबाद दी । उन्होंने कहा कि ईद-उल-फितर का पर्व पवित्र महीना रमज़ान के माहभर के कठिन उपवास के बाद आता है और नेकी एवं भलाई करने का संदेश देता है । सुश्री उइके ने कामना की है कि ईद का पर्व सभी के जीवन में खुशियों एवं भाईचारा लेकर आएगा ।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि ईद का पावन पर्व हमें भाईचारे का संदेश देता है । डॉ. महंत ने कहा कि, 29 दिन के रोजे के बाद आने वाली ईद हमें जीवन के शाश्वत मूल्यों का आभास कराती है, इस पर्व के माध्यम से हमें यह समझने का प्रयास करना चाहिए कि मंजिल को प्राप्त करने के लिए संघर्ष, समर्पण और निष्ठा की जरूरत होती है और इसी से हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं।
डॉ. महंत ने कहा कि भारत हिंदू मुस्लिम साझा संस्कृति और गंगा जमुना तहजीब का आदित्य उदाहरण है, हमारे मुस्लिम भाइयों से मेरी गुजारिश है कि ईद में आप सभी यह दुआ करें कि हमारे मुल्क में अमन और भाईचारा कायम रहे और हम सभी सेहतमंद हो साथ ही हम बेहतरी की दिशा में आगे बढ़े ईद का यह पावन पर्व हम सबके जीवन खुशहाली लाएं ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि ईद का पावन पर्व हमे भाईचारे का 29 रोजे के बाद आने वाली ईद हमें जीवन के शाश्वत मूल्यों का आभास कराती है देता है । उन्होंने कहा कि ईद-उल-फितर के अवसर पर रमज़ान माह में रोज़े के बाद आने वाली ईद जीवन मे खुशियों का पैगाम लेकर आती है और जीवन मे खुशी हासिल करने के लिए संघर्ष, समर्पण और निष्ठा ज़रूरी है ।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सी सिंहदेव ने ईद-उल-फितर पर सभी प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि रमज़ान में माहभर के रोज़े हमें समर्पण के साथ जीवन के मूल्यों को समझने की शक्ति देता है । ईद का त्यौहार हिन्दू-मुस्लिम संस्कृति का संयुक्त उदाहरण है जो हमें भाईचारे और सौहार्दपूर्ण जीवन जीने की राह दिखाता है । इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के सभी वर्ग के भाइयों को ईद की मुबारकबाद दी है ।