गांधीनगर, 13 सितंबर 2021, 17.15 hrs : मोदी-शाह के तालमेल का निर्णय है गुजरात मुख्यमंत्री का बदलाव । आनन्दी बेन के बाद विजय रूपाणी और अब अचानक विधानसभा चुनाव के एक साल पहले ही मुख्यमंत्री के बदलाव से लग रहे हैं अनुमान ।
11 सितंबर को अचानक गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के इस्तीफे और आज भूपेंद्र पटेल का मुख्यमंत्री की शपथ के बीच यह सवाल उठ रहा है कि बीजेपी ने इतना बड़ा बदलाव ठीक चुनाव के एक साल पहले क्यों लिया गया ।
अब राजनीतिक विशेषज्ञ यह अनुमान लगा रहे हैं कि बीजेपी की इस बदलाव के पीछे कहीं गुजरात में चुनाव समय से पहले करने की सोच तो मोदी-शाह की तो नही है ।
1990 से काँग्रेस गुजरात में हारती रही है । गुजरात में एक बार फिर चुनाव जीतने की रणनीति के चलते गुजरात के चुनाव समय से पहले ही कराए जा सकते हैं । दरअसल, अभी गुजरात के साथ साथ उत्तरप्रदेश में भी बीजेपी की स्थिति ठीक नहीं है । इसके तहत यदि बीजेपी उत्तरप्रदेश में बीजेपी चुनाव हार जाती है तो गुजरात के भी हाथ से निकलने की पूरी सम्भावना है ।
इस संभावना के बाद बीजेपी ने गुजरात में बड़ा बदलाव किया है ।