रायपुर, 06 मई 2020, 14.15 hrs : गंगाजल हाथ में लेकर कर्ज माफी की कसम खाने वाली पत्रकार वार्ता को आज भाजपाई, शराबबंदी से जोड़कर जो दुष्प्रचार कर रहे हैं उसका सच जानिए। कसम कर्ज माफी को लेकर थी, ना की शराबबंदी को !
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव 2018 के दूसरे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस नेताओं ने गंगाजल हाथ में लेकर कसम खाई कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के 10 दिन के अंदर किसानों की कर्ज माफ करेंगे । इस मौके पर राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा और जयवीर शेरगिल भी मौजूद थे । छत्तीसगढ़ के एक चुनावी रैली में राहुल गांधी ने कहा था केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के 15 उद्योगपतियों का तीन लाख 50 कर्ज माफ कर दिया, तो उन्हें देश के किसानों का भी कर्ज माफ करना चाहिए । राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ के किसानों से वादा किया था कि चुनाव के बाद राज्य में कांग्रेस पार्टी का मुख्यमंत्री बनते ही गिनकर 10 दिनों के अंदर किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा । और ऐसा हुआ भी ।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में किसानों के कर्ज माफी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र को पत्र लिखा था।
उन दिनों, भाजपा शासित उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों के किसानों के कर्ज माफ करने के बाद छत्तीसगढ़ पर दबाव बढ़ गया था । लेकिन छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने किसानों की कर्ज माफी योजना लाने से इनकार कर दिया था । और आज वही भाजपाई लोगों को भ्रम में डालने की जुगत लगाकर उस कसम को दूसरा रंग दे रहे हैं । पर जनता अब सब समझ रही है कि कौन उनका हितैषी है और कौन झूठ का सहारा ले रहा है ।