मिट्टी के दिये बेचने वालों को नहीं हो कोई परेशानी
रायपुर, 17 अक्टूबर 2019/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति के अनुरूप दीपावली पर मिट्टी से बने परम्परागत दिये के उपयोग को प्रोत्साहित करने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए है ।
मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा है कि ग्रामीणों और कुम्हारों द्वारा दीपावली पर मिट्टी के दिये बनाकर बेचा जाता है । मिट्टी के दिये बेचने वालों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए ।
नगर पालिक-नगर पंचायत क्षेत्र के अधिकारियों को निर्देशित किया जाए कि मिट्टी के दिये बेचने वालों से किसी भी तरह के कर की वसूली नहीं की जाए और आमजनों को मिट्टी के दिये का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए ।
ज्ञात हो कि पिछले लंबे समय से दिवाली पर परम्परागत मिट्टी के दीये से रौशनी कर दीपावली मनाने के बजया रंगबिरंगी छोटी छोटी, लाइट की लंबी लड़ियाँ लगा कर रौशनी की जाती रही है । इन लाइट की लड़ियों के कारण मिट्टी के दियों की बिक्री बिलकुल ही बन्द होती जा रही थी । दीये बनाने वाले कुम्हारों की दीवाली बेरौनक होती और ग़रीबी की मार इन कुम्हारों के परिवारों पर कहर बनती जा रही थी ।
कुम्हारों की इसी दुखदायी समस्या से चिंतित प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए है की अब दीवाली में मिट्टी के दियों के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए । मुख्यमंत्री के इस संवेदनशील निर्देश से आमजनों के साथ साथ कुम्हारों के चेहरे खिल उठे हैं ।