वॉशिंगटन, 17 अगस्त 2020, 06:24 hrs : प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक जसराज का आज दिल का दौरा पड़ने से अमेरिका के न्यू जर्सी में निधन हो गया । 90 वर्षीय जसराज का संबंध मेवाती घराने से रहा ।
अपने शास्त्रीय गायन से पूरी धरती पर छाप छोड़ चुके पंडित जसराज का नाम ब्रह्मांड में भी है । इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन (आईएयू) ने मंगल और बृहस्पति के बीच स्थित एक छोटे से ग्रह का नाम ‘पंडित जसराज’ रखा है । पद्म विभूषण गायक यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय कलाकार हैं ।
जसराज की जन्म 28 जनवरी 1930 को बनारस में हुआ था । वे जब चार वर्ष उम्र में थे तभी उनके पिता पण्डित मोतीराम का देहांत हो गया था और उनका पालन पोषण बड़े भाई पंडित मणिराम के संरक्षण में हुआ ।
भारत सरकार ने भी पंडित जसराज की संगीत सेवाओं के लिए उन्हें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया है । इसके अलावा उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, मास्टर दीनानाथ मंगेशकर अवार्ड, लता मंगेशकर पुरस्कार, महाराष्ट्र गौरव पुरस्कार भी मिल चुका है ।
प. जसराज ने संगीत दुनिया में 80 वर्ष से अधिक बिताए और कई प्रमुख पुरस्कार प्राप्त किए । शास्त्रीय और अर्ध-शास्त्रीय स्वरों के उनके प्रदर्शनों को एल्बम और फिल्म साउंडट्रैक के रूप में भी बनाया गया है । पंडित जसराज ने भारत, कनाडा और अमेरिका में संगीत सिखाया है । उनके कुछ शिष्य नामी संगीतकार भी बने हैं ।