वहाँ, मकान मालिक की डेढ़ साल की बच्ची से खुद को पापा बोलने के लिए दबाव बनाने लगा । बच्ची ने नहीं बोला तो आरोपी उसे बन्द कमरे में जलती सिगरेट से दागने लगा । बच्ची की माँ लक्ष्मी नान्द्रे, जो छत्तीसगढ़ की लोकगायिका है, दरवाजे के बाहर से चिल्लाती रही । बच्ची दर्द से चीखती रही लेकिन आरोपी नहीं रूका । बच्ची के चेहरे और शरीर में फफोले पड़ गए हैं और वो रातभर रोती रही । बच्ची की मां ने रात में ही बालोद कोतवाली थाना प्रभारी को फोन पर जानकारी दी । पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची का प्राथमिक उपचार कराया । इसके बाद पुलिस ने मां और बच्ची को सखी सेंटर झलमला में रखा है ।
आरोपी ने खुद को बंद कर लिया कमरे :
मां की शिकायत के बाद जब पुलिस घर पहुंची तो आरोपी ने खुद को घटनास्थल वाले घर के कमरे में ही बंद कर लिया । पुलिस दरवाजा नहीं तोड़ पाई तो दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया था। शुक्रवार सुबह आरोपी वहां से फरार हो गया । थाना प्रभारी जीएस ठाकुर ने बताया कि आरोपी बकाया पैसे देने के लिए बच्ची के घर आया था । वह नशे की हालत में था । फिलहाल आरोपी आरक्षक के खिलाफ धारा 294, 323, 324 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस जांच में जुटी है ।
आरोपी बालोद के रक्षित केंद्र में आरक्षक के पड़ पर पदस्थ था और सिवनी गांव में लक्ष्मी नान्द्रे नाम की महिला के घर किराये पर रहता था । लगभग एक महीना पहले उसका ट्रांसफर दुर्ग के रक्षित केंद्र में हो चूका है । लक्ष्मी नान्द्रे ने लॉकडाउन के दौरान पैसों की दिक्कत होने पर आरक्षक से पैसे उधार लिए थे ।
वही पैसे वापस लेने आरक्षक शनिवार को लक्ष्मी के घर पहुचा था और उसी के घर में ठहरा हुआ था । गुरुवार को रात में वह शराब पीकर लौटा और उसने लक्ष्मी की डेढ़ साल की बच्ची को खुद को पापा कहने के लिए कहा । बच्ची के ऐसा नहीं कहने पर वह से सिगरेट से जलाने लगा और बीचबचाव करने आई लक्ष्मी की भी बुरी तरह पीटा ।