बिलासपुर, 14 Oct 2020, 20:20 hrs : न्यायधानी बिलासपुर में पिछले 9 महीनों से विवादित एयरपोर्ट के बांड्रीवाल के मामले को जिला प्रशासन ने अपने प्रयासों से सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल की है ।
बिलासपुर के चकरभाठा स्थित एयरपोर्ट का काम बड़ी तेजी से चल रहा है, लेकिन रन-वे और C- कैटेगिरी दर्जे का एयरपोर्ट तैयार करने बांड्रीवाल के निर्माण में आर्मी और डिफेन्स को लेकर जमीन अधिग्रहण का विवाद चल रहा था । इसकी गंभीरता को देखते हुए बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने राज्य सरकार के समन्वय से केंद्र सरकार के रक्षा मंत्रालय व मंत्रालयों में पत्राचार कर विवाद के रोड़े को हटाने में बड़ी उपलब्धि हासिल की है । यह प्रयास पिछले 3 महीनों से जोरो पर चल रहा था, जिसके परिणाम के स्वरूप में विवाद पर विराम लग गया और वापस से बांड्रीवाल का काम शुरू कराया गया है ।
अब बिलासपुर एयरपोर्ट में हवाई सेवा अतिशीघ्र प्रारंभ हो सकेगी और बिलासपुरवासियों हवाई सेवा और उड़ान भरने का लाभ मिल सकेगा । आज बुधवार को बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर अपनी टीम के साथ एयरपोर्ट का मुआयना करने पहुंचे और आर्मी के बीच जमीन अधिग्रहण को लेकर लम्बे समय से चल विवाद का निपटारा किया । इस दौरान बांड्रीवाल के निर्माण कार्य को गति देते हुए काम की शुरुआत की गई ।
इस सम्बन्ध में बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने बताया कि सालों से बिलासपुरवासियों की बहुप्रतिक्षित हवाई सेवा की मांग को देखते हुए रक्षा मंत्रालय से पिछले तीन महीने से पत्राचार किया जा रहा था । बिलासपुर प्रशासन को लम्बे प्रयासों के बीच बड़ी उपलब्धि मिल सकी है । इस विवाद के समाप्ति के साथ ही एयरपोर्ट को C- कैटेगिरी का दर्जा दिलाने के लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है ।