पटना, 7 नवंबर 2020, 19.00 : बिहार में मतदान खत्म होते ही तमाम सर्वे एजेंसियां और टीवी चैनल जीत-हार का आंकलन करने में जुट गए हैं । बिहार की 243 सीटों पर सरकार बनाने के लिए 122 जरूरी है । कौन सा गठबंधन जादुई आँकड़े तक पहुंचता है यह 10 नवंबर को ही सामने आएगा ।
बिहार के 2020 का विधानसभा चुनाव पूरी तरह से RJD के तेजस्वी यादव को समर्पित रहा । 44% जनता ने तेजस्वी को पसंद किया है । महागठबंधन 10% से आगे चल रहा है । बिहार की जनता, पिछले 15 साल के मुख्यमंत्री नीतीश के कुशासन को नकारते हुए तेजस्वी पर दांव लगाते दिख रही है ।
इस चुनाव में तेजस्वी यादव “One Man Army” बनकर उभरे हैं ।
एबीपी न्यूज के सी-वोटर के सर्वे के मुताबिक एनडीए को 104 से 128 सीटें मिल सकती है । आरजेडी के साथ के गठबंधन को 108 से 131 सीटें मिल सकता है । चिराग पासवान की पार्टी को 1-3 सीटों तथा अन्य के लिए 4 से 8 तक सीटें बताई गई हैं ।
इस सर्वे के मुताबिक नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को 38 से 46 सीटें, बीजेपी को 66 से 74 सीटें, वीआईपी को 0 से 4 तक सीटें, और जीतन राम मांझी की पार्टी एचएएम को 0 से 4 तक की सीटें मिल सकती हैं ।
बिहार में एनडीए गठबंधन और लालू गठबंधन है जिनकी सीटों में बहुत बड़ा फर्क नहीं है, लेकिन लालू-गठबंधन आगे है जिसमें आरजेडी को 81 से 89 सीटें, काँग्रेस को 21 से 29 सीटें, और वामपंथी दलों को 6 से 13 सीटें मिलने का रूझान मतदाताओं ने एक्जिट पोल में दिखाया है ।
मतदान समाप्त होने तक मतदान प्रतिशत 55 से अधिक रहा ।वैसे, अभी तो ये रुझान ही है । असली नतीजे तो 10 नवंबर को ही सामने आएंगे ।