रायपुर, 08 दिसंबर 2021, 14.15 hrs : छत्तीसगढ़ का नेतृत्व, 1857 में वीर नारायण सिंह, सोनाखान के जमींदार राजा, वर्तमान जिला बलौदाबाजार ने अंग्रेजों से अपनी प्रजा के लिए लंबी लड़ाई लड़ी ।
संबलपुर से उन्हें गिरफ्तार कर 24 अक्टूबर 1856 को रायपुर लाया गया और 10 दिसंबर 1857 को आम जनता के सामने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के हृदय स्थल जयस्तंभ चौक में फांसी दे दी गई । 1857 से जयस्तंभ चौक में उनकी शहादत को याद नहीं किया गया लेकिन 164 वर्षों बाद, छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में 10 दिसंबर 2021 को, पहली बार उन्हें याद करते हुए शहादत दिवस मनाएगा ।
इस दौरान कलाकारों के द्वारा नाटक का मंचन होगा । साथ ही शाम को 164 दीप प्रज्जवलित किया जाएगा । वहीं 185वें वर्ष में जस्तंभ चौक के समीप उनकी प्रतिमा स्थापित कर दी जाएगी ।
छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष अनिल दुबे, प्रांतीय प्रवक्ता जागेश्वर प्रसाद, किसान नेता रामगुलाम सिंह ने संयुक्त पत्रकारवार्ता में बताया कि सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक शहीद वीर नारायण सिंह की वीरगाथा को राजधानी की जनता तक पहुंचाया जाएगा। इस दौरान शहीद वीरनारायण सिंह पर कलाकारों द्वारा नाटक के माध्यम से उनकी फांसी की अंग्रेज यातना को दर्शाया जाएगा । साथ ही जयस्तंभ चौक को फूल माला से सुसज्जित किया जाएगा ।
शाम को 164 दीप प्रज्जवलित कर शहादत दिवस को संपूर्ण छत्तीसगढ़ और राष्ट्र तक संदेश भेजा जाएगा । शहादत स्थल जयस्तंभ चौक पर उनकी प्रतिमा लगाने का राज्य आंदोलनकारी, किसान मोर्चा ने निर्णय लिया है और अगले वर्ष यानी 165वें में शहादत दिवस के पूर्व उसकी स्थाना करा दी जाएगी ।