पेंड्रा, 24 अक्टूबर 2020, 20.00 hrs : मरवाही उपचुनाव में केके ध्रुव और मंत्री कवासी लखमा साथ-साथ गांव का दौरा कर रहे हैं । इस बीच अचानक से मंत्री लखमा की तबीयत खराब हो गई । उनका इलाज तत्काल शुरू कर दिया गया है ।
काँग्रेस प्रत्याशी केके ध्रुव ने प्रचार वाहन में रखे बीपी मशीन और स्टेथोस्कोप लेकर मंत्री का इलाज शुरू कर दिया गया है ।
विधायक प्रत्याशी ने लखमा को दवाई दी गई जिसके कुछ देर बाद मंत्री के ठीक होने पर उन्होंने चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर दिया ।
काँग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर कृष्ण कुमार ध्रुव ने राजनीति में प्रवेश करके चुनाव लड़ने के लिए नौकरी से इस्तीफा दिया है । चुनाव लड़ने के पहले वे मरवाही विकासखंड में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर के रूप में पदस्थ थे । डॉ. कृष्ण कुमार ध्रुव बलौदाबाजार जिले के नटूवा गांव के रहने वाले हैं.
डॉ. ध्रुव की प्रारंभिक शिक्षा बालको कोरबा में हुई । जबलपुर के मेडिकल कॉलेज से उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की । इनके पिता स्वर्गीय देव सिंह एसईसीएल कोरबा में कर्मचारी थे ।
मरवाही विधानसभा उपचुनाव में सभी दलों के नेता और मंत्री अपने दल के प्रत्याशी के लिए लगातार दौरा कर रहे हैं । इस दौरान अनेक मंत्री और नेताओं की तबीयत खराब हो रही है ।
मरवाही के चुनावी जंग में बीजेपी और कांग्रेस दोनों प्रमुख दलों के प्रत्याशी डॉक्टर हैं जो चुनाव के साथ साथ, कई नेता इन प्रत्याशियों से ही इलाज कराते दिख रहे हैं ।
छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा दौरे के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई । लखमा के साथ मौजूद कांग्रेस प्रत्याशी डॉक्टर केके ध्रुव ने तुरंत ही लखमा का इलाज किया । और अब वे थोड़ा स्वस्थ महसूस कर रहे हैं ।