प्रभाकर चौबे फाउंडेशन व पत्रकारिता विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के अवसर पर प्रभाकर चौबे स्मृति व्याख्यान एवं सम्वाद का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ कवि असद ज़ैदी व मशहूर शायर व वैज्ञानिक गौहर रज़ा आमन्त्रित थे । मुख्य अतिथि वरिष्ठ सम्पादक ललित सुरजन थे । अध्यक्षता विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति श्री जी आर चुरेन्द्र ने की, कुलसचिव डॉ आनंद शंकर बहादुर ने स्वागत भाषण दिया एवं डॉ नरेंद्र त्रिपाठी ने आभार प्रदर्शन किया । कार्यक्रम का संचालन जीवेश चौबे ने किया।
मशहूर वैज्ञानिक व शायर गौहर रज़ा ने ‘गांधी, स्वतंत्रता संग्राम एवं आज़ाद भारत की कल्पना’ तथा वरिष्ठ कवि श्री असद ज़ैदी ने ‘गांधीजी की नई तालीम और भाषा पर उनके विचार’ विषय पर सारगर्भित व्याख्यान दिया ।
वरिष्ठ कवि असद जैदी ने कहा कि गांधी मजबूरी नहीं मजबूरों और मजदूरों के नायक थे, समाज के सबसे निचले तबके के मजबूर, मजलूम लोग गांधी की चिंताओं में प्रमुख थे ।
शायर, विचारक एवं वैज्ञानिक गौहर रजा ने कहा 20वी सदी में भारत ने विश्व को दो महान हस्तियां दीं, एक गांधी और एक नेहरू । दोनो संघ व भाजपा के निशाने पर हैं अतः अब 21वीं सदी में अपने गांधी की बचाने की ज़िम्मेदारी नई नस्ल पर है ।
मुख्य अतिथि ललित सुरजन ने युवाओं से आव्हान किया कि सिर्फ फूल माला अर्पण कर जयंती मनाने की औपचारिकताओं की बजाय गांधी जी के जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की ।