रायपुर, 20 सितंबर 2020, 20.45 hrs : छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के रिसर्च विभाग अध्यक्ष इदरीस गांधी ने भाजपा सांसदों और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन पर कोरोना से निपटने दी मदद को लेकर भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप लगाया है ।
आज बीजेपी सांसदों के द्वारा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर कोरोना संक्रमण को लेकर की गई बातचीत को भी इदरीस गांधी ने बीजेपी की कोरोना के मसले पर राजनीति करार दिया है ।
इदरीस ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा यह जानकारी दिया जाना कि देश में अन्य राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ को अधिक संसाधन मुहैया कराए जाने के दावे खोखला है । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लगातार छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है । कोरोना संक्रमण से निपटने के संसाधनों को उपलब्ध कराने की बात हो या छत्तीसगढ़ राज्य के हक के दिए जाने वाले जीएसटी और अन्य मदों के 6000 करोड़ की बकाया राशि की बात हो, केंद्र सरकार का रुख असंवेदनशील और छत्तीसगढ़ के प्रति असहयोगात्मक रहा है ।
आज बीजेपी सांसद इस मसले पर बोलने के बजाए कोरोना महामारी पर राजनीति करने से बाज नही आ रहे, जबकि छत्तीसगढ़ को कोरोना के लिए दी गई मदद 58 करोड़ से अधिक नही है, छत्तीसगढ़ से पीएम केयर फंड में ही कई करोड़ की राशि दी गई है । केंद्रीय स्वस्थ्य मंत्री को बताना चाहिए कि कोरोना से लड़ाई में छत्तीसगढ़ को कितनी आर्थिक मदद की गई है ।
इदरीस गांधी ने पूछा है कि यह सांसद छत्तीसगढ़ के अधिकार की बकाया जीएसटी राशि 2828 करोड़ दिलाने के लिए क्यों मौन धारण कर लेते हैं ? जिससे छत्तीसगढ़ के वासियों की विकास की राह खुल सकती है । गांधी ने बीजेपी सांसदों का केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलना, राजनीतिक हित को साधने के जरिया बताया और बीजेपी सांसदों के द्वारा छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार की मांगों को केंद्र तक पहुंचाने के लिए मदद करने की जरूरत बताई । उन्होंने दावा किया कि छत्तीसगढ़ में की जा रही कोरोना के खिलाफ जंग में छत्तीसगढ़ ने बेहतर प्रबंधन की वजह से ही मृत्यु दर को राष्ट्रीय औसत से कम रखा है ।
वहीं यहां लगातार उपचार से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ी है । ऐसे में केवल राजनीति के लिए भाजपा सांसदों दिल्ली में राजनीतिक स्टंट कर अपनी निष्क्रियता को छुपाने का उपक्रम कर रहे है ।