≅नई दिल्ली, 11 सितंबर 2020, 19.35 hrs : 81 वर्षीय स्वामी अग्निवेश का दिल्ली के ILBS अस्पताल में निधन हो गया । कई आंदोलनों से जुड़े रहे स्वामी अग्निवेश का गहरा नाता था ।
उनका जन्म आंध्रप्रदेश में हुआ और छत्तीसगढ़ के सक्ति में उनका बचपन बिता और शिक्षा हुई । हुआ था । सन्यास लेने से पहले उनका नाम था श्याम कुमार राव । छत्तीसगढ़ के सक्ति राज से भी सम्बंध था । इसके अलावा वे, रायपुर के सेंट्रल ऑटोमोबाइल के संचालक शंकर राव की बुआ के बेटे थे ।
वो हरियाणा से चुनाव जीत कर एक बार शिक्षा मंत्री भी रहे हैं । उन्होंने बंधुवा मजदूरों के खिलाफ अनेक आंदोलन चलाया था । कल शाम 6 बजे उन्हें दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया । स्वामी जी, गम्भीर रूप से बीमारी के चलते कुछ दिनों से वेंटिलेटर पर थे ।
स्वामी अग्निवेश का छत्तीसगढ़ से गहरा नाता था । उनका जन्म छत्तीसगढ़ के सक्ति में हुआ था । सन्यास लेने से पहले उनका नाम था श्याम कुमार राव । उनका बचपन सकती में बिता और स्कूली शिक्षा भी यहीं हुई । छत्तीसगढ़ के सक्ति राज से भी सम्बंध था । इसके अलावा वे, रायपुरके सेंट्रल ऑटोमोबाइल के संचालक शंकर राव की बुआ के बेटे थे ।
उनके आंदोलन और प्रयासों से बॉमबे-हावड़ा रेल मार्ग पर सक्ति रेलवे स्टेशन से पहले जेठ पैसेंजर हाल्ट की शुरुआत हुई । उन्होंने 1990 में सक्ति में डीएवी स्कूल की स्थापना की । सक्ति के स्याम कुमार राव से लेकर स्वामी अग्निवेश का उनका सफर 11 सितंबर शाम को समाप्त हो गया ।
स्पीकर और सक्ति विधायक डॉ. चरणदास महंत ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है ।
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