गाजियाबाद, 13 अगस्त 2020, 20.00 हरष : कांग्रेस के जाने-माने प्रवक्ता राजीव त्यागी का 12 अगस्त को हार्टअटैक से निधन होने से देश स्तब्ध है । घर पर हार्टअटैक पड़ने के बाद उन्हें परिवारवाले कौशांबी के यशोदा हॉस्पिटल ले गए । वहां डॉक्टरों ने उन्हें करीब 45 मिनट तक बचाने की कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे ।
अपनी मौत से पहले राजीव त्यागी ने फेसबुक और ट्वीटर के माध्यम से बताया था कि वे 5 बजे एक न्यूज चैनल पर ऑनलाइन डिबेट में हिस्सा लेंगे ।
मौत से पहले राजीव त्यागी शाम पांच बजे एक निजी चैनल की डिबेट में अपने घर से ही ऑनलाइन शामिल हुए थे । डिबेट के दौरान राजीव बार-बार अपने सीने पर हाथ रख रहे थे और पानी पी रहे थे ।
कुछ TV एंकर्स की भयानक और कर्कश तरीके से चीखने-चिल्लाते हुए सवाल करना, डिबेट में हिस्सा लेने वालों के मुँह में ज़बरदस्ती अपनी बातें ठूंसने के प्रयास से कोई भी कमज़ोर दिल वक्ता के सीधे दिल और दिमाग़ पर असर पड़ना लाज़मी है । इस पर संज्ञान लेना ज़रूरी है ।
राजीव के बहनोई दीपक त्यागी ने बताया कि राजीव को कुछ अस्वस्थ महसूस होने पर, आपात जांच के लिए नजदीकी डॉक्टर को बुलाया गया, लेकिन जब सभी प्रयास नाकाम हो गए तो उन्हें यशोदा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया ।
यशोदा हॉस्पिटल के डॉक्टर के मुताबिक, राजीव त्यागी डीबेट के दौरान ही अचानक कोलाप्स कर गए थे । राजीव त्यागी को अचेत देखकर उनके घरवालों ने पहले उन्हें कार्डियक मसाज और सीपीआर दिया । इसके बाद करीब 6:30 बजे उन्हें हॉस्पिटल लाया गया ।
राजीव त्यागी जब हॉस्पिटल पहुंचे तो वह अचेत थे और रिस्पॉन्ड नहीं कर रहे थे । बीपी और पल्स भी नहीं था । इसके बाद अडवांस कार्डियक लाइफ केयर प्रोटोकॉल के तहत उनका इलाज शुरू किया गया । उन्हें वेंटिलेटर पर लिया और 45 मिनट तक सीपीआर, इंजेक्शन और लाइफ सेविंग ड्रग्स दी । इसके बाद भी वह नहीं बच पाए ।
राजीव त्यागी के परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं ।