रायपुर, 05 अगस्त 2020, 14.00 hrs : भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के 10 साल छत्तीसगढ़ में गुज़ारे हैं । यहाँ के कण कण में “राम” बसे हैं । यहाँ तक कि श्रीराम की माता कौशल्या की जन्मभूमि भी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 20/22 किलोमीटर दूर चंदखुरी में स्थित है ।
भीलनी शबरी के जूठे बेर यही शिवरीनारायण के पास खाये थे श्रीराम ने । माता सीता ने अपने बेटों लव और कुश को यहीं, तुरतुरिया ग्राम में जन्म दिया था । वाल्मीकि और श्रृंगी ऋषि का आश्रम भी यहीं छत्तीसगढ़ में ही है ।
छत्तीसगढ़ के लोग श्रीराम की महत्ता को समझते हैं । उनकी दैनन्दिन में “राम” ही “राम” है ।
इस विषय पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़े विस्तार से व्यख्या की है । सुनिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का “श्रीराम’ की महत्ता पर उद्बोधन…